अयोध्या में राष्ट्रपति: रामनाथ कोविंद बोले- राम सभी के और सब में हैं श्रीराम

अयोध्या में राष्ट्रपति: रामनाथ कोविंद बोले- राम सभी के और सब में हैं श्रीराम

लखनऊ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एक दिवसीय अयोध्या दौरे पर हैं। शनिवार को उनके स्वागत व सुरक्षा को लेकर सभी इंतजामों को अंतिम रूप दिया गया। अयोध्या धाम को सील करते हुए चप्पे-चप्पे पर निगहबानी है। वहीं दोपहर बाद रेलवे स्टेशन को छावनी में तब्दील कर दिया गया। राष्ट्रपति की सुरक्षा में ड्रोन कैमरे के साथ पैरामिलिट्री, कमांडो, एटीएस के दस्ते ने मोर्चा संभाला है। पूरी रामनगरी में सीसीटीवी कैमरे का जाल बिछा दिया गया है।

  • रामायण कॉन्क्लेव में शामिल होने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पत्नी सहित रामलला व हनुमान गढ़ी के दर्शन किए और फिर लखनऊ के लिए रवाना हो गए।
  • रामायण कॉन्क्लेव में अपने संबोधन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि रामायण में जीवन के उन मूल्यों को समाहित किया गया है जो कि मानवता के लिए जरूरी हैं। रामायण दर्शन के अलावा एक ऐसा ग्रंथ है जो कि हमारे जीवन के हर हिस्से हिस्से के लिए संदेश देती है।
  • उन्होंने रामायण की एक चौपाई कोट करते हुए कहा कि भगवान श्रीराम सभी में हैं और सबके हैं। उन्होंने कहा कि सिया राममय सब जग जानी, करउ प्रणाम जोर जुग पानी। इसका मतलब है कि संपूर्ण जगत के कण-कण में श्रीराम विद्यमान हैं। हमें हर किसी में सियाराम की प्रतिमूर्ति देखनी चाहिए। भगवान श्रीराम हर किसी में हैं और सभी के हैं।
  • उन्होंने कहा कि रामायण एक ऐसा विलक्षण ग्रंथ है जो रामकथा के माध्यम से विश्व समुदाय के समक्ष मानव जीवन के उच्च आदर्शों और मर्यादा को प्रस्तुत करता है। मुझे विश्वास है कि रामायण के प्रचार-प्रसार के लिए यूपी सरकार का यह प्रयास पूरी मानवता के हित में बहुत महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। उन्होंने अवधी में तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस कि तमाम चौपाइयों का दृष्टांत देते हुए राम और शबरी के प्रेम का अनूठा वर्णन किया। उन्होंने विश्व में राम की तमाम ग्रंथों और मानवता के लिए उनके त्याग, तपस्या और बलिदान को गिनाते हुए कहा कि राम ने समाज के सभी वर्गों को जोड़ा है।
  • उन्होंने भाई से भाई का प्रेम, माता-पिता का प्रेम, पति-पत्नी का प्रेम और मानव के प्रकृति से प्रेम का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया है। महात्मा गांधी ने प्रभु राम से प्रेरित होकर ही रामराज्य की कल्पना की थी। दक्षिण कोरिया से भारत के रिश्ते गिनाते हुए उन्होंने अयोध्या शोध संस्थान की ओर से रामायण विश्वकोश की पहल की सराहना की। कहा कि रामायण कांक्लेव संपूर्ण विश्व के लिए उदाहरण प्रस्तुत करेगा।

मुख्यमंत्री योगी बोले- राष्ट्रपति का अयोध्या आगमन हम सबके लिए सौभाग्य की बात
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रपति का अयोध्या आगमन हम सबके लिए सौभाग्य की बात है। पांच शताब्दी के एक लंबे इंतजार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुकंपा से पांच अगस्त 2020 को श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है।

उन्होंने प्रभु राम का वंदन करते हुए कहा कि राम जन-जन के हैं। वह व्यापक आस्था के प्रतीक हैं। अगर किसी भी नाम के आगे सर्वाधिक शब्द का प्रयोग हुआ है तो वह भगवान राम का नाम है। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति के नाम का भी जिक्र किया। बोले-राष्ट्रपति के नाम के आगे भी श्रीराम का नाम जुड़ा हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रदर्शित करता है कि करोड़ों लोगों की सांस व रोम-रोम में राम बसे हैं। राम के प्रति सनातन आस्था संतों व संघ परिवार के मार्गदर्शन के फलस्वरूप पांच अगस्त 2020 को वह समय आया था जब पीएम नरेंद्र मोदी ने राममंदिर निर्माण का कार्यारंभ किया था।

राज्यपाल बोलीं- युगों-युगों तक प्रेरणा देता रहेगा राममंदिर
राममंदिर वास्तव में राष्ट्रमंदिर है जो युगों तक प्रेरणा देता रहेगा: राज्यपाल आनंदी बेन पटेल
रामायण कान्क्लेव के उद्घाटन अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि अयोध्या प्राचीन काल से ही संपूर्ण विश्व में विख्यात रही है। राम की जन्मस्थली होने का सौभाग्य भी इस नगर को प्राप्त है। गौरव की बात है कि अवधी साहित्य का लोकप्रिय ग्रंथ रामचरित मानस के लेखन की शुरूआत अयोध्या से ही हुई थी। सांस्कृतिक मानचित्र पर अयोध्या पहला शहर है जहां विभिन्न पंथ के महापुरूष मौजूद रहे हैं। जैन धर्म के आदिदेव ऋषभदेव की भी जन्मस्थली अयोध्या है।

उन्होंने कहा कि रामनगरी की लोकप्रियता को पुनःस्थापित करने के लिए प्रदेश एवं केंद्र सरकार प्रयासरत है। दीपोत्सव अंतरराष्ट्रीय आयोजन बन चुका है। मैं भी इसकी साक्षी रही हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने जब राममंदिर का कार्यारंभ किया था तो मैं वहां थी। राममंदिर के शिलान्यास का साक्षी होना गौरव की बात है। राममंदिर वास्तव में राष्ट्र का मंदिर है जो युगों तक प्रेरणा देता रहेगा।

  • रामकथा पार्क में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दीप जलाकर रामायण कांक्लेव का शुभारंभ किया। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद हैं।
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति को रामनामी ओढाकर व राम दरबार का चित्र भेंट किया। वहीं, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने राष्ट्रपति की धर्मपत्नी को बनारसी साड़ी भेंट की।
  • राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एक दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंच गए हैं। प्रेसीडेंशियल ट्रेन सुबह साढ़े 11 बजे अयोध्या स्टेशन पहुंची। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति के दौरे को लेकर अयोध्या धाम को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। सभी एंट्री प्वाइंट पर बैरियर लगा दिए गए हैं। अब स्थानीय लोगों को भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
  • राष्ट्रपति के दौरे को लेकर विपक्ष के कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। उनके घरों पर पुलिस का पहरा है। डॉ. गनी, मनीष पांडेय, व्यापारी नेता नंद कुमार गुप्ता उर्फ नंदू को हाउस अरेस्ट किया गया है। वहीं, गांधी पार्क व तिकोनिया पार्क में भारतीय किसान यूनियन के चल रहे धरने पर भी पुलिस का सख्त पहरा है।
  • स्टेशन सहित राष्ट्रपति के कार्यक्रम स्थल पर कमांडो के विशेष दस्ते ने भी सुरक्षा की कमान संभाल ली। बम व डॉग स्क्वायड दिन भर स्टेशन परिसर व आसपास के इलाकों में छानबीन करती रही। आरपीएफ, जीआरपी व सिविल पुलिस के अधिकारियों ने आउटर कार्डन में तैनात जवानों व अधिकारियों को ब्रीफ कर उन्हें सभी आवश्यक निर्देश देकर शनिवार को ही अपनी ड्यूटी प्वाइंट को चेक करने के निर्देश दिए।
  • सुरक्षा की दृष्टि से शनिवार को स्टेशन के मुख्य द्वार पर दो मेटल डिटेक्टर डोर भी लगा दिए गए। रविवार सुबह से स्टेशन के मुख्य द्वार से आमजन का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा, इस दौरान प्रशासन द्वारा जारी विशेष तरह का पास रखने वाले लोगों को ही प्लेटफॉर्म पर जाने की अनुमति होगी।
  • शनिवार को सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिन भर आरपीएफ, जीआरपी व सिविल पुलिस के अधिकारी हर कमियां दूर करने का प्रयास करते रहे। वहीं रामनगरी के प्रवेश मार्गों सहित गलियों व संपर्क मार्गों पर भी बैरियर लगा दिए गए हैं। रविवार सुबह से रामनगरी में प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। रूट डायवर्जन का चार्ट प्रशासन ने पहले ही जारी कर दिया है।
  • रामकथा पार्क की सुरक्षा की जिम्मेदारी राष्ट्रपति भवन के विशेष सुरक्षा दस्ते ने शनिवार को संभाल लिया है। यहां तैनात होने वाले सुरक्षाकर्मियों को शनिवार को दिनभर अधिकारी टिप्स देते दिखे। रामकोट के एरिया को भी पूरी तरह सील कर दिया गया है। हनुमानगढ़ी व रामजन्मभूमि में राष्ट्रपति की सुरक्षा को लेकर खास इंतजाम किए गए। राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान रामनगरी अभेद्य सुरक्षा घेरे में कैद नजर आई।

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