दुबई, | संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में फंसे 49 भारतीय कर्मचारियों को स्वदेश वापस लाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स में मंगलवार को बताया गया कि ये कर्मचारी दुबई की दो कारपेंटरी कंपनियों में काम करते थे, जो पिछले कुछ समय से काफी परेशानियों का सामना कर रहे थे। यूएई में अधिकारियों की ओर से कर्मचारियों को वापस भारत लाए जाने में मदद की गई। उन्होंने उनके पासपोर्ट और सुरक्षा के तौर पर जमा राशि (सिक्योरिटी डिपॉजिट) सुरक्षित करने में मदद की।
गल्फ न्यूज ने बताया कि दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने ट्विटर पर इसकी पुष्टि करते हुए कहा, “मजदूर विभिन्न बैचों में भारत में लौट गए हैं।”
प्रेस, सूचना और संस्कृति के वाणिज्यदूत नीरज अग्रवाल ने कहा कि कार्यकर्ता जुलाई में मदद के लिए पहुंच गए थे।
उन्होंने कहा, “उन्हें लगभग छह महीने तक भुगतान नहीं किया गया था, जिसके बाद वे घर लौटने में मदद के लिए वाणिज्य दूतावास पहुंचे।” उन्होंने कहा कि मिशन ने उन्हें खाद्य आपूर्ति भी प्रदान की थी।
हालांकि, श्रमिकों के पासपोर्ट अभी भी कंपनियों के कब्जे में हैं। इस मुद्दे पर किसी भी टिप्पणी के लिए मालिक उपलब्ध नहीं था।
वाणिज्य दूतावास ने कहा कि कंपनियों के पीआरओ से संपर्क किया गया है। दूतावास ने यह भी आश्वासन दिया कि उनके पासपोर्ट और सिक्योरिटी डिपॉजिट को दुबई पुलिस और अदालत के सहयोग से सुरक्षित जमा कर लिया गया है।
इनमें से अधिकांश श्रमिक उत्तर प्रदेश से हैं और ये तीन चरणों या बैचों में वापस लौटे हैं।
गल्फ न्यूज ने अग्रवाल के हवाले से कहा, “अंतिम समूह 10 अक्टूबर को लखनऊ के लिए रवाना किया गया था।”
चूंकि श्रमिकों के वीजा वैध थे, इसलिए उन्हें अधिक समय तक देश में रुकने संबंधी किसी भी जुर्माने का सामना नहीं करना पड़ा।