इस्लामाबाद। पाकिस्तान में पैगंबर मोहम्मद के चित्र बनाने के मुद्दे पर फ्रांस के राजदूत को देश से निकालने के मुद्दे पर कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक (TLP) के समर्थन में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। गत सोमवार को TLP नेता साद रिजवी को गिरफ्तार करने के पूरा देश हिंस की आग में जल रहा है। इस बीच अब सोशल मीडिया ऐसे वीडियो सामने आने लगे हैं जिनमें पाकिस्तान की सेना का इस विरोध प्रदर्शन को समर्थन मिलने का दावा किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में पाकिस्तान सेना का जवान प्रधानमंत्री इमरान खान को धमकी देता दिख रहा है। वह चीफ ऑफ स्टाफ से अपील करता है कि इमरान खान को रोका जाए वरना पाकिस्तानी सेना में ऐसी चिंगारी भड़केगी कि तहरीक-ए-इंसाफ और इमरान का नाम लेने वाला कोई नहीं होगा।
अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए उसने मांग की है कि फ्रांसीसी राजदूत को बाहर निकाला जाए और रिजवी को आजाद किया जाए। हालांकि, इस वीडियो की पुष्टि नहीं की गई है। एक अन्य वीडियो में दावा किया गया है कि 87 पुलिसवाले TLP के साथ सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में अपने हथियार लेकर शामिल हो गए। यह भी दावा किया गया कि 73 सैनिकों ने इस्तीफा दे दिया है और वे भी लाहौर में विरोध प्रदर्शन करने जा रहे हैं। हालांकि इस वीडियो को पुराना बताया जा रहा है लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। वहीं, अब पाकिस्तानी तालिबान भी इस हिंसक प्रदर्शन के समर्थन में उतर आया है।
बता दें कि TLP पर सुरक्षाबलों की कार्रवाई में तीन कार्यकर्ता मारे गए हैं और कई अन्य जख्मी हो गए। जख्मी होने वालों में पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी सहित कई पुलिसकर्मी शामिल हैं। रेंजर्स और पुलिस ने रविवार की सुबह लाहौर में TLP के मुख्यालय पर कार्रवाई शुरू की ताकि वहां इकट्ठे हजारों कार्यकर्ताओं को हटाया जा सके। इन लोगों ने मुख्य मुल्तान रोड को जाम कर दिया था।
उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उमर फारूक बलोच को बंधक बनाकर उनके साथ मारपीट की। पुलिस अभी तक टीएलपी के कब्जे से बलोच को नहीं छुड़ा पाई है और वार्ता जारी है। पंजाब पुलिस के प्रवक्ता राणा आरिफ ने भी कानून लागू करने वाली एजेंसियों के अभियान में तीन लोगों की मौत की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि कई पुलिस अधिकारियों के साथ टीएलपी कार्यकर्ताओं ने ‘बुरी तरह मारपीट’ की।
क्या है विवाद ?
पार्टी समर्थकों ने पैगंबर मोहम्मद का कार्टून प्रकाशित करने के लिए फ्रांस के राजदूत को निष्कासित करने के वास्ते इमरान खान सरकार को 20 अप्रैल तक का समय दिया था, किंतु उससे पहले ही पुलिस ने सोमवार को पार्टी के प्रमुख साद हुसैन रिज्वी को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद टीएलपी ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। संगठन के प्रवक्ता का कहना है कि मरने वालों के शव तब दफन किए जाएंगे जब फ्रांस के राजदूत को बाहर निकाल दिया जाएगा।