पांच दलों के सत्ताधारी गठबंधन के एकजुट रहने के कारण अब नेपाल के अगले आम चुनाव में प्रमुख विपक्षी दल कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूएमएल) की चुनौतियां गंभीर हो गई हैं। विश्लेषकों ने राय जताई है कि मई में हुए स्थानीय चुनावों से ये जाहिर हो गया था कि अगर सत्ताधारी गठबंधन एकजुट रहा, तो पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाले यूएमएल के लिए अगला चुनाव एक मुश्किल चुनौती बन जाएगा।
इसके बावजूद अपने सार्वजनिक बयानों से यूएमएल के नेता यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि उनकी पार्टी अकेले चुनाव जीतने में सक्षम है। काठमांडू में हुए पार्टी की एक विशेष प्रांतीय समिति की बैठक को संबोधित करते हुए केपी शर्मा ओली ने कहा कि अगर पार्टी सदस्यों ने संगठित और नियोजित ढंग से काम किया, तो यूएमएल बहुमत हासिल कर लेगी। लेकिन विशेषज्ञों ने इसे पार्टी का मनोबल बढ़ाने की कोशिश ही माना है।