कोरोना देश में: गुजरात में ओमिक्रॉन का पांचवां केस, दिल्ली में 4 नए केस सामने आए

कोरोना देश में: गुजरात में ओमिक्रॉन का पांचवां केस, दिल्ली में 4 नए केस सामने आए

नई दिल्ली। गुजरात में ओमिक्रॉन वैरिएंट का पांचवां केस मिला है। मेहसाणा जिले में 43 साल की महिला संक्रमित पाई गई है। महिला की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। महिला और उनकी सास दोनों ही कोरोना पॉजिटिव पाई गई थीं। महिला को वड़नगर के GMERS अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत में सुधार है।

आज ही दिल्ली में गुरुवार को ओमिक्रॉन के 4 नए मामले मिले हैं। इसके साथ ही यहां ओमिक्रॉन के कुल मामले 10 हो गए हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने बताया कि इन 10 में से 1 व्यक्ति ठीक होकर घर जा चुका है। 9 लोगों का LNJP अस्पताल में इलाज चल रहा है। कोई भी केस गंभीर नहीं है। अब देश में ओमिक्रॉन के कुल मामले 78 हो गए हैं।

इंडोनेशिया में ओमिक्रॉन का पहला केस मिला, हॉस्पिटल वर्कर हुआ संक्रमित
इंडोनेशिया में ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहला केस मिला है। देश के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि बुधवार को जर्काता के विस्मा एटलेट अस्पताल में एक सफाइकर्मी संक्रमित पाया गया है।

बुधवार को ही फिलीपींस में भी ओमिक्रॉन ने दस्तक दी। नाइजीरिया और जापान से यहां पहुंचे 2 ट्रैवलर्स में बुधवार को नए वैरिएंट की पुष्टि हुई। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि नाइजीरियाई युवक ओमान एयर की फ्लाइट से 30 नवंबर को मनीला पहुंचा, जबकि फिलिपीन मूल का व्यक्ति 1 दिसंबर को जापान से आया।

MP में 18 नए पॉजिटिव; इंदौर में लगातार दूसरे दिन सबसे ज्यादा 8 केस
मध्यप्रदेश में 24 घंटे में 18 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। बुधवार को मिले संक्रमितों में लगातार दूसरे दिन इंदौर में सबसे ज्यादा 8 केस आए हैं। भोपाल में 5 मरीज मिले हैं। उज्जैन में बड़नगर के शासकीय PG कॉलेज के प्रोफेसर संक्रमित आए हैं। वह विदिशा से शादी अटेंड कर लौटे हैं। नरसिंहपुर, खरगोन, कटनी में 1-1 मरीज मिला है। प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 170 पहुंच हो गई है।​​​​​​

ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा और सबसे पुराने कोविड-19 स्ट्रेन के मुकाबले 70 गुना तेजी से फैलता है। इसके बावजूद यह ज्यादा गंभीर नहीं है। यह दावा यूनिवर्सिटी ऑफ हॉन्ग-कॉन्ग ने किया है। दक्षिण अफ्रीकी डॉक्टरों ने भी ओमिक्रॉन की शुरुआत में ऐसा ही दावा किया था।

हॉन्ग-कॉन्ग यूनिवर्सिटी के मुताबिक, ओमिक्रॉन संक्रमण होने के 24 घंटे के अंदर इंसान की श्वसन नली में ओमिक्रॉन पाया गया। स्टडी में यह भी पाया गया कि डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले नया वैरिएंट इंसानी फेफड़ों में रेप्लीकेट करने में 10 गुना कम प्रभावी है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि इससे होने वाली बीमारी अधिक गंभीर नहीं होगी। यानी, ओमिक्रॉन वैरिएंट एक इंसान से दूसरे इंसान तक तेजी से फैलता है, पर फेफड़ों को उतना नुकसान नहीं पहुंचाता जितना डेल्टा या पिछले कोरोना वैरिएंट्स ने पहुुंचाया है।

बच्चों के लिए वैक्सीन और बूस्टर डोज पर जल्द ले सकता है केंद्र
केंद्र सरकार साल के अंत तक कोरोना वैक्सीनेशन प्लान का रिव्यू करेगी। सरकार ने दिसंबर अंत तक ही देश की 65% वयस्क आबादी को दोनों डोज लगाने का लक्ष्य तय किया है। केंद्र सरकार के रिव्यू में बच्चों को वैक्सीन लगाने और बड़ों को बूस्टर डोज देने पर चर्चा की जाएगी।

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