राजस्थान में भरतपुर के पसोपा गांव में बाबा विजय दास नाम के संत ने अवैध खनन के विरोध में खुद को आग लगा ली। वे साधु-संतों के साथ पिछले 551 दिन से आंदोलन कर रहे हैं। अपने ऊपर केरोसीन डालकर आग लगाने के बाद बाबा राधे-राधे कहते हुए दौड़ने लगे। पुलिसकर्मियों ने कंबल डालकर आग बुझाई, लेकिन वे करीब 80 फीसदी जल चुके थे।
बाबा को भरतपुर के राज बहादुर मेमोरियल अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। बाबा के आत्मदाह के बाद राजस्थान के खान मंत्री बैकफुट पर आ गए। खान मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि संत जिन खानों को बंद करने की मांग कर रह हैं, वे लीगल हैं। फिर भी उनकी लीज शिफ्ट करने पर विचार किया जाएगा।