लाहौर। अमेरिका द्वारा प्रदूषण को लेकर जारी एक ताजा रिपोर्ट में भारत की राजधानी दिल्ली भी शामिल है। यूएस एयर क्वालिटी इंडेक्स की रिपोर्ट के मुताबिक लाहौर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में पहले नंबर पर जबकि दिल्ली दूसरे नंबर है। यूएस एयर क्वालिटी इंडेक्स की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान की सांस्कृतिक राजधानी माना जाने वाला लाहौर शहर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में टॉप पर रहा। लाहौर में अतिसूक्ष्म कणों यानी पर्टीकुलेट मैटर (पीएम) की रेटिंग 423 रही। पाकिस्तान का शहर कराची दुनिया के शीर्ष 10 प्रदूषित शहरों में शामिल रही।
भारत की राजधानी नई दिल्ली 229 के एक्यूआई (Air Quality Index, AQI) के साथ दूसरे स्थान पर रही। वहीं दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में नेपाल की राजधानी काठमांडू तीसरे स्थान पर रही। काठमांडू में पीएम 178 दर्ज किया गया। अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी 50 के भीतर एक्यूआई को संतोषजनक मानती है। लाहौर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 301 से ऊपर रहा जिसे खतरनाक माना जाता है। प्रदूषित शहरों की रैंकिंग में कराची सातवें नंबर पर है। पाकिस्तान में प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए पंजाब में प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को 613 ईंट भट्टों, 2,148 उद्योगों और 8,579 वाहनों को बंद करने की तारीख दी गई है। PDMA ने इस मसले पर 478 लोगों को गिरफ्तार किया है।
दिल्ली की स्थिति बेहद खराब
दिल्ली में वायु प्रदूषण तो पहले से ही खराब एयर इंडेक्स क्वालिटी वाला था जो कि अब खराब से बहुत खराब की श्रेणी में पहुँच गया है जिसके कारण स्थिति अत्यंत चिन्ताजनक हो गई है। इन्डेक्स के अनुसार अगले दो दिन अर्थात गुरुवार सुबह तक प्रदूषण का स्तर बहुत खराब श्रेणी में बना रहेगा। दिल्ली और एनसीआर में तमाम अन्य वजहों के अतिरिक्त वायु-प्रदूषण के बद से बदतर हो जाने के पीछे दो अहम कारण भी जिम्मेदार है। एक तो हवा की गति कम हो गई है और दूसरा कारण ये कि तापमान में भी गिरावट आई है जो कि दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ाने में मददगार बना है। दिल्ली से लगे हुए महानगरों गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी प्रदूषण में बढ़ोत्तरी देखी गई है।
यद्यपि गुरुग्राम औऱ फरीदाबाद को छोड़कर दिल्ली -एनसीआर के अंतर्गत दूसरे शहरों में प्रदूषण का स्तर बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गया है। गुरुग्राम और फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में तो पहले भी था किन्तु इन दोनों शहरों में भी रविवार की तुलना में प्रदूषण का स्तर और बढ़ गया और इन दोनो शहरों में एयर इंडेक्स खराब श्रेणी में उच्च स्तर पर पहुंच गया। यहां डरावनी स्थिति ये है कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि मंगलवार 1 दिसंबर को भी एयर इंडेक्स में बढ़ोतरी हो सकती है। खाद्य और कृषि संगठन की पूर्व की रिपोर्ट के मुताबिक पराली जलाने, परिवहन और उद्योगों के कारण साल भर प्रदूषण होता है। यही नहीं कई ईंट भट्ठों का पुराने तरीके से संचालन हो रहा है जो वायु प्रदूषण की बड़ी वजह है।