बीजिंग, | चीन स्थित संयुक्त राष्ट्र के नए समन्वयक सिद्धार्थ चटर्जी ने 1 मार्च को सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के पत्रकार के साथ विशेष साक्षात्कार में कहा कि चीन के गरीबी उन्मूलन में प्राप्त उपलब्धियों ने विश्व गरीबी उन्मूलन कार्य में बड़ा योगदान दिया है। साथ ही अन्य विकासमान देशों के लिए गरीबी से छुटकारा पाने की मिसाल भी पेश की है। चटर्जी ने कहा कि पिछले 8 वर्षों के अनवरत प्रयास के बाद चीन के ग्रामीण क्षेत्रों की 10 करोड़ आबादी ने गरीबी से छुटकारा पाया। इस क्षेत्र में चीन के अनेक अनुभव हैं, जो विश्व के अन्य देशों के काम आ सकते हैं। चीन में प्राप्त उपलब्धियों का श्रेय सीपीसी पार्टी की नेतृत्व शक्ति और चीन सरकार व चीनी जनता को जाता है। शक्तिशाली नेतृत्व शक्ति और ²ढ़ राजनीतिक इरादा होने से नामुमकिन बातें संभव हो सकती हैं। 1.4 खरब आबादी वाला चीन इसे पूरा कर सकता है, विश्व के बाकी देश भी इसे पूरा कर सकते हैं।
चटर्जी के मुताबिक वे पहली बार चीन आये और हवाई अड्डे पर चीन के संबंधित विभागों के सख्त कदमों को देखा। उनका मानना है कि सख्त कदम कोविड-19 के सीमा पोर्ट से देश में फैलने से रोकने के लिए अति महत्वपूर्ण हैं। यदि विश्व के हरेक देश में सख्त अलगाव, जांच करने और ट्रैकिंग प्रणाली होती, तो हम पहले ही इस महामारी को समाप्त कर सकते थे। इस क्षेत्र में चीन ने हमारे लिए एक मिसाल स्थापित की है।
साक्षात्कार के अंत में चटर्जी ने कहा कि कोविड-19 ने विश्व अर्थतंत्र को बड़ा झटका दिया है। विश्व के विभिन्न देशों को अनवरत विकास के लक्ष्य के लिए हाथ मिलाकर प्रयास करना चाहिए। स्वास्थ्य, मौसम और आर्थिक समृद्धि विश्व की स्थिरता और शांति से संबंधित है। दुनिया में एकतरफावाद का कोई रास्ता नहीं है। बहुपक्षवाद को वैश्विक समस्याओं का हल करने का सही विकल्प होना चाहिए।