काबुल। अमेरिका के साथ समझौते में तय हुआ था कि तालिबान किसी भी आतंकी को अफगानिस्तान की जमीन पर पनपने नहीं देगा, लेकिन आतंक का आका और तालिबान का सर्वोच्च कमांडर हैबतुल्ला अखुंदजादा कंधार में ही छिपा बैठा है। इसकी जानकारी खुद तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने दी है। एक प्रेसवार्ता में उसने बताया है कि जल्द ही हैबतुल्ला अखुंदजादा दुनिया के सामने आएगा।
बता दें हैबतुल्ला अखुंदजादा उन गिने-चुने आतंकियों में से एक है, जिसकी जानकारी दुनिया के पास बेहद कम है। वह आज तक कभी भी सार्वजनिक रूप से लोगों के सामने नहीं आया है।
तालिबान के कई बड़े नेता तक उसको नहीं देख पाते
हैबतुल्ला अखुंदजादा एक ऐसा आतंकी है, जिसको उसके ही संगठन के बहुत ही कम लोग देख पाते हैं। तालिबान के कई बड़े नेताओं को भी उसके ठिकाने के बारे में नहीं पता है। वह रोजमर्रा की जिंदगी में क्या कर रहा है, इसकी जानकारी भी तालिबानी लड़ाकों के पास नहीं होती। हालांकि, इस्लामिक त्योहारों पर वीडियो मैसेज के जरिए वह आतंकियों को पैगाम जरूर भेजता है।
2016 में संभाली थी तालिबान की कमान
आतंक के आका अखुंदजादा ने 2016 में तालिबान की कमान संभाली थी। इसके बाद से वह अफगानिस्तान में ही रह रहा है, लेकिन इसकी जानकारी किसी भी देश की खुफिया एजेंसी को नहीं लग पाई। इससे पहले भी तालिबान अपने सर्वोच्च नेताओं को इसी तरह से छिपा कर रखता आया है।
तालिबान का सबसे बड़ा ठिकाना है कंधार
अफगानिस्तान में कंधार को तालिबानी आतंकियों का सबसे बड़ा ठिकाना माना जाता है। अखुंदजादा से पहले मुल्ला उमर तालिबान का सर्वोच्च नेता था। वह तालिबान के शासन के दौरान बहुत ही कम बार काबुल गया था। उमर का ठिकाना भी कंधार ही बताया जाता रहा है।
काबुल पर कब्जे के बाद से नहीं आया है कोई पैगाम
अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हुए करीब 15 दिन हो रहे हैं, लेकिन अब तक अखुंदजादा का कोई भी बयान मीडिया के सामने नहीं आया है। हालांकि, तालिबानी लड़ाके उसके ही इशारे पर काम कर रह हैं। अब तालिबानी प्रवक्ता के बयान के बाद दुनिया के सामने उसके आने की चर्चा तेज हो गई है।