CM शिवराज सिंह चौहान ने कान्फ्रेंस में अधिकारियों को पढ़ाया सुराज का पाठ

CM शिवराज सिंह चौहान ने कान्फ्रेंस में अधिकारियों को पढ़ाया सुराज का पाठ

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को सुराज का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि सुराज का मतलब बिना लिए-दिए और बिना विलंब के लोगों का काम हो, ऐसी व्यवस्था बनाई जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि प्रदेश में भू-माफिया से मुक्त कराई गई भूमि पर सरकार गरीबों के लिए आवास बनाएगी। शहर या उसके आसपास की भूमि पर आवास निर्माण होगा और जो भूमि शहर से दूर है, वहां शासकीय कार्यालय या स्कूल संचालित किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री सोमवार को कलेक्टर-कमिश्नर, आइजी-एसपी कान्फ्रेंस में बोल रहे थे। कांफ्रेंस में बताया गया कि प्रदेश में तीन हजार 839.69 एकड़ भूमि माफिया से अब तक मुक्त कराई गई है। सर्वाधिक एक हजार 27 एकड़ भूमि ग्वालियर में अवैध कब्जाधारियों से मुक्त कराई गई है।

उन्होंने निर्देश दिया कि जो बड़े कब्जेधारी हैं और संगठित होकर कब्जे कर रहे हैं, उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाए। मार्च से अगस्त 2021 तक भू-माफियाओं के खिलाफ एक हजार 34 प्रकरण दर्ज कराए गए हैं। इसी तरह अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ एक हजार 712 प्रकरण दर्ज हुए हैं। अवैध खनन के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए सिर्फ जुर्माना लगाने से कुछ नहीं होगा। अवैध परिवहन में लगे वाहनों को राजसात करके नीलाम किया जाए।

फिर फुल फार्म में आना होगा
मुख्यमंत्री ने कहा है कि अब विकास, जनकल्याण और समयसीमा में निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए हमें फिर फुल फार्म में आना है। उन्होंने कलेक्टरों से कहा कि बड़े कामों की निगरानी वे स्वयं करें। एक से 15 नवंबर तक राजस्व अभिलेखों के शुद्धीकरण का अभियान चलाया जाएगा। समाधान एक दिन भी आरंभ होगा। सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा की जाएगी। चिह्नित सेवाओं में सुबह आवेदन देने पर शाम तक उसका निराकरण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकंपा नियुक्ति, मुख्यमंत्री कोविड-19 विशेष अनुग्रह योजना और मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना के प्रकरणों में देरी न हो। परिवार के पात्र सदस्य को जल्द नियुक्ति देना सुनिश्चित किया जाए।

इस दौरान बताया गया कि अनुकंपा नियुक्ति देने में नरसिंहपुर, डिंडौरी, बुरहानपुर, सिंगरौली और आलीराजपुर में अच्छा काम हुआ है। इन जिलों में आवेदनों का निराकरण 90 फीसद से अधिक है। विशेष अनुग्रह योजना में एक हजार 281 आवेदन प्राप्त हुए हैं। दमोह, रतलाम, मंदसौर, छतरपुर और आगर मालवा ने शत-प्रतिशत निराकरण किया है। वहीं, कोविड-19 बाल सेवा में एक हजार 53 हितग्राहियों को 52.65 लाख की राशि उपलब्ध कराई गई है। अंकुर कार्यक्रम के तहत दो लाख 82 हजार से अधिक व्यक्तियों ने तीन लाख 90 हजार से अधिक पौधे लगाए हैं।

मनरेगा में गड़बड़ी करने वालों पर रखें गिद्धदृष्टि
मुख्यमंत्री ने मनरेगा को लेकर कहा कि योजना में गड़बड़ी की शिकायतें मिली हैं। गरीबों का पैसा कहीं नहीं जाना चाहिए। गड़बड़ी करने वालों पर गिद्धदृष्टि रखें।

अच्छा काम करने वालों को देंगे पुरस्कार
मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित जो अधिकारी अच्छा काम कर रहे हैं, उन्हें पुरस्कार दिया जाएगा। मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर ऐसे अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा। साथ ही जिन अधिकारियों का प्रदर्शन ठीक नहीं है, वह भी सेवा अभिलेख में दर्ज होगी। महिला थानों और महिला हेल्प डेस्क के प्रभाव का अध्ययन कराया जाएगा। एक जिला एक उत्पाद योजना में खाद्य प्रसंस्करण से जुड़ी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा।

इंदौर ने की लापता बच्चों की सर्वाधिक बरामदगी
एक जनवरी से 31 अगस्त 2021 तक लापता अवयस्क बच्चों की बरामदगी के मामले में इंदौर ने सबसे अच्छा काम किया है। यहां 796 लापता बच्चे बरामद किए गए। वहीं, भोपाल पुलिस ने 437, धार 422, जबलपुर 422, सागर 380 और ग्वालियर पुलिस ने 370 बच्चों को बरामद किया है।

इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय हों कलेक्टर
बैठक में मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा कि इंटरनेट मीडिया के नेटवर्क को सशक्त करें। मुझे क्या लेना-देना का भाव छोड़कर इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय हों। जनसंपर्क आयुक्त डा. सुदाम खाडे ने विभिन्न् संभागों और जिलों की टि्वटर और फेसबुक पर सक्रियता को लेकर प्रस्तुतीकरण दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह की तारीफ भी की।

जिलों की श्रेणी
एक जनवरी से 31 अगस्त 2020-21 के आधार पर सरकार ने जिलों का श्रेणीकरण भी किया है। इसमें परियोजनाओं के क्रियान्वयन से लेकर शिकायतों के निराकरण के आधार पर जिलों को अ, ब और स श्रेणी में बांटा गया है।

‘अ” श्रेणी- जबलपुर, उज्जैन, ग्वालियर, सागर, भोपाल और इंदौर।

‘ब” श्रेणी- गुना, शिवपुरी, बैतूल और सीहोर।

‘स” श्रेणी- झाबुआ, अशोक नगर, बुरहानपुर, पन्ना, सिंगरौली और बड़वानी।

कामचलाऊ प्रदर्शन
सिवनी, दतिया, शाजापुर, बालाघाट, सीधी, डिंडोरी, आलीराजपुर, मंडला, आगर, उमरिया, छिंदवाड़ा, सतना, राजगढ़, खरगोन, छतरपुर, देवास, कटनी,रतलाम,मंदसौर, नरसिंहपुर, टीकमगढ़, रायसेन, खंडवा, रीवा, शहडोल और धार।

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