NRI समिट के तुरंत बाद इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 11-12 जनवरी को होने वाली है। इससे पहले शिवराज सरकार के कार्यकाल में हुईं 6 समिट में 17 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए, जिसमें से जमीन पर डेढ़ लाख करोड़ से ज्यादा के प्रोजेक्ट उतरे हैं। सरकार का दावा है कि पिछले 15 साल में समिट के माध्यम से मध्यप्रदेश में आए निवेश से 2 लाख 37 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है।
शिवराज सरकार का फोकस इस बार ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल और फार्मा सेक्टर पर है। मुख्यमंत्री ने राज्य में निवेश के लिए दिल्ली, मुंबई, पुणे और बेंगलुरु में रोड शो आयोजित किए हैं। उन्होंने विभिन्न देशों के संभावित निवेशकों के साथ भी बातचीत की है। इस बार स्थिति सकारात्मक नजर आ रही है। एमपी को चुनौती उत्तर प्रदेश से है, जहां 10 से 12 फरवरी के बीच इसी तरह की समिट होना है। यूपी की योगी सरकार पिछले 8 महीने से इसकी तैयारी में जुटी है।