धार जिले के लीकेज वाले कारम डैम से अब पानी का बहाव कम हो गया है। शासन-प्रशासन का दावा है कि अब खतरा टल गया है। बताया गया कि डैम में 15 एमक्यूएम पानी में से करीब 10 से 12 एमक्यूएम से ज्यादा पानी खाली हो चुका है। धरमपुरी तहसील के कोठिदा गांव में कारम नदी पर बन रहे डैम में लीकेज के बाद पानी खाली करने के लिए चैनल बनाई गई थी। रविवार शाम इस चैनल के पास बांध की वॉल धंसने लगी। इससे चैनल और चौड़ी हो गई, जिसके बाद डैम से पानी काफी तेजी से निकला। फ्लो इतना तेज था कि बाढ़ जैसे हालात नजर आए। खेतों में पानी भरने लगा। हालांकि प्रशासन ने दावा किया कि किसी भी गांव में पानी नहीं भरा। कहीं से कोई नुकसान की खबर नहीं है।कारम नदी पर निर्माणाधीन डैम का पानी खाली होने से धार जिले के 16 गांवों ने राहत की सांस ली है। प्रशासन का पूरा फोकस अब खरगोन जिले के कारम नदी के अंतिम छोर पर बसे जलकोटा और बड़वी गांव पर है। कारण- दोनों गांव जलमग्न हो सकते हैं। महेश्वर के 6 गांवों की बिजली काट दी गई है। यहां से अफसरों ने जलकोटा की ओर कूच कर लिया है। दरअसल, कारम नदी आगे जाकर नर्मदा में मिलती है, इसका पानी नर्मदा में जाएगा, जबकि नर्मदा नदी पहले से ही उफान पर है।