भोपाल। राजधानी भोपाल के सिटी प्लानर की नियुक्ति MP सरकार ने कर दी है। 27 दिन से खाली पद पर टीएंडसीपी (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग) रीवा में पदस्थ ज्वाइंट डायरेक्टर नीरज आनंद लिखार को मुख्य नगर निवेशक (सिटी प्लानर) नगर निगम भोपाल पदस्थ किया गया है। सरकार ने 3 दिन के भीतर उन्हें आमद देने को कहा है। ऐसे में बिल्डंग परमिशन की अटकी 500 से ज्यादा पेंडिंग फाइलें आगे बढ़ सकेगी।
सिटी प्लानर रहे विजय सावलकर 31 अगस्त को रिटायर हो गए। इसके बाद सिटी प्लानर के पद पर किसी की भी तैनाती नहीं की गई थी। निगम अफसर सरकार के फैसले का इंतजार कर रहे थे, क्योंकि सिटी प्लानर को लेकर शासन स्तर पर ही निर्णय लिया जाता है। सिटी प्लानर के न होने से लोगों को बिल्डिंग निर्माण की परमिशन नहीं मिल पा रही थी। हालांकि, निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी ने 300 स्क्वेयवर फीट वाली परमिशन देने की जिम्मेदारी इंजीनियरों को सौंपी थी, लेकिन इससे ज्यादा स्क्वेयर फीट की परमिशन नहीं दी जा रही थी।
डेपुटेशन पर आते हैं सिटी प्लानर
बिल्डिंग परमिशन के लिहाज से नगर निगम में मुख्य नगर निवेशक यानी सिटी प्लानर का पद महत्वपूर्ण होता है। नियुक्ति टीएंडसीपी (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग) के इंजीनियर की होती है, जिन्हें डेपुटेशन पर पदस्थ किया जाता है। भोपाल में सिटी प्लानर रहे सावलकर की अवधि बढ़ाने पर विचार किया जा रहा था, लेकिन ऐनवक्त पर फैसला टाल दिया गया। इसके बाद से यह पोस्ट खाली थी। नए सिटी प्लानर भी डेपुटेशन पर ही यहां भेजे गए हैं।