Assam Election: दोपहर 3 बजे तक 49.38% मतदान, सीएम सोनोवाल ने किया जीत का दावा

Assam Election: दोपहर 3 बजे तक 49.38% मतदान, सीएम सोनोवाल ने किया जीत का दावा

नई दिल्ली/गुवाहाटी। असम विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान शुरू हो गया है। चुनाव में कई प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी है। असम की 126 सदस्यीय विधानसभा की 47 सीटों पर पहले चरण में मतदान हो रहा है। चुनाव आयोग के मुताबिक, दोपहर 3 बजे तक 49.38 फीसदी वोटिंग हुई। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोगों से रिकॉर्ड मतदान की अपील की। बता दें कि असम के 12 जिलों की 47 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। ये जिले हैं- तिनसुखिया, डिब्रूगढ़, धीमाजी, चराईदेव, शिवसागर, माजुली, लखीमपुर, जोरहाट, गोलाघाट, विश्वनाथ, सोनितपुर, नागांव। 

असम में दोपहर 3 बजे तक 49.38 फीसदी वोटिंग
चुनाव आयोग के मुताबिक, असम में दोपहर 3 बजे तक 49.38 फीसदी वोटिंग हुई।

पिछले साल बाढ़ से 70 हजार लोग हुए थे प्रभावित
सरकारी अनुमान के मुताबिक, असम में पिछले साल बाढ़ से करीब 70 हजार लोग प्रभावित हुए थे और शुरुआत में ही 84 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 26 लोग जमीन खिसकने की वजह से मारे गए थे। और तो और लाखों जानवर सैलाब में बह गए थे। इस बार के विधानसभा चुनाव में असम की जनता को बाढ़ से निजाद दिलाना एक बड़ा व महत्वपूर्ण मुद्दा है। 

असम: ब्रह्मपुत्र की बाढ़ से हर साल मचती है तबाही
असम में ब्रह्मपुत्र की बाढ़ से यहां हर साल तबाही मचती है। लाखों लोग प्रभावित होते हैं, कइयों की जान जाती हैं। पिछले साल ब्रह्मपुत्र की बाढ़ से तकरीबन 2500 गांव डूब गए थे। 

असम में ये है सबसे बड़ा मुद्दा
असम विधानसभा चुनाव के लिए तीन चरणों में 126 सीटों के लिए मतदान होना है। पहले चरण में 47 सीटों के लिए वोटिंग जारी है। राज्य में कांग्रेस और भाजपा में कड़ी टक्कर है। असम के साथ जो सबसे बड़ा मुद्दा जुड़ा हुआ है, वह है बाढ़ का।

असम में 47 सीटों पर 37 मौजूदा विधायक दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें 24 भाजपा के टिकट से मैदान में हैं। वहीं, कांग्रेस और असम गण परिषद (एजेपी) से 6-6 और एआईयूडीएफ से एक विधायक चुनावी रण में दोबारा किस्मत आजमा रहे हैं।

मेरा उद्देश्य फिर से भाजपा की सरकार बनाना- सीएम सर्बानंद सोनोवाल
असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस और अन्य दलों को केवल मीडिया में देखा जाता है, लेकिन भाजपा और उसके सहयोगी दल जमीन पर हैं। असम के लोग अब जानते हैं कि सीएए-एनआरसी उन्हें प्रभावित नहीं करेगा। मेरा उद्देश्य राज्य में फिर से भाजपा की सरकार बनाना है।

English Website