मतुआ समुदाय से मिले पीएम मोदी, बोले- कई साल से आना चाहता था ओरकांडी, आज पूरी हुई इच्छा

मतुआ समुदाय से मिले पीएम मोदी, बोले- कई साल से आना चाहता था ओरकांडी, आज पूरी हुई इच्छा

ढाका। पीएम मोदी का आज बांग्लादेश दौरे का दूसरा दिन है। पीएम मोदी ने जशोरेश्वरी काली मंदिर में दर्शन किए और मां काली को सोने-चांदी का मुकुट चढ़ाया। इसके बाद पीएम मोदी शेख मुजीब उर रहमान स्मारक पहुंचे और महानायक को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ओरकांडी मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंचे। इसके अलावा भारत और बांग्लादेश के बीच कई एमओयू पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।

मतुआ समुदाय के लोगों से की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओरकांडी में मतुआ समुदाय के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इससे पहले उन्होंने मतुआ समुदाय के मंदिर के दर्शन किए और समुदाय के लोगों को संबोधित किया था। इस मुलाकात में प्रधानमंत्री मोदी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव हर्षवर्धन मौजूद थे। 

ओरकांडी में प्राथमिक स्कूल बनाने का एलान
प्रधानमंत्री मोदी ने ओरकांडी में मतुआ समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ओराकांडी में भारत सरकार लड़कियों के मिडिल स्कूल को अपग्रेड करेगी और भारत सरकार द्वारा यहां एक प्राइमरी स्कूल भी स्थापित किया जाएगा। ये भारत के करोड़ों लोगों की तरफ से हरिचंद ठाकुर जी को श्रद्धांजलि है।

ओरकांडी में श्री श्री हरिशचंद्र ठाकुर का हुआ था जन्म
प्रधानमंत्री मोदी आज ने बांग्लादेश दौर के दूसरे दिन ओरकांडी मंदिर में पूजा-अर्चना की। बता दें कि ओरकांडी में श्री श्री हरिशचंद्र ठाकुर का हुआ था जन्म हुआ था। प्रधानमंत्री मोदी ने मतुआ समुदाय के मंदिर में पूजा ऐसे समय में की है, जब पश्चिम बंगाल में पहले चरण के चुनाव हो रहे हैं। बंगाल में इस समुदाय के लगभग दो करोड़ लोग रहते हैं और वहां की 70 विधानसभा सीटों पर मतदाताओं का सीधा असर पड़ता है। 

दुनिया में स्थिरता चाहते हैं भारत-बांग्लादेश: पीएम मोदी
ओरकांडी मंदिर में दर्शन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब मतुआ समुदाय के लोगों को संबोधित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैंने यहां आने की इच्छा बहुत पहले प्रकट की थी। उन्होंने आगे कहा कि हमारे रिश्ता मन से मन का और जन से जन का है। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि ठाकुर परिवार का प्यार हमेशा मिलता रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि भारत और बांग्लादेश दुनिया में स्थिरता चाहते हैं। 

पीएम मोदी ने ओरकांडी मंदिर के दर्शन किए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काली मंदिर के दर्शन करने के बाद ओरकांडी मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके थोड़ी देर बाद प्रधानमंत्री मोदी मतुआ समुदाय के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे।

विजिटर बुक में पीएम मोदी ने लिखा संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेख मुजीब उर रहमान स्मारक पहुंचकर महानायक को श्रद्धांजलि दी और साथ ही वहां रखी विजिटर बुक में एक संदेश भी लिखा। इस विजिटर बुक में संदेश लिखकर पीएम मोदी ने अपने हस्ताक्षर भी किए। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने वहां पौधारोपण भी किया।

शेख मुजीब उर रहमान स्मारक पहुंचे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी जशोरेश्वरी काली मंदिर की पूजा करने के बाद शेख मुजीब उर रहमान स्मारक पहुंचे और इस महानायक को श्रद्धांजलि दी। तुंगीपारा में बंगबंधु संग्रहालय में प्रधानमंत्री मोदी ने शेख मुजीब उर रहमान को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री मोदी के बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी वहां मौजूद रहीं।

मां काली को चढ़ाया हाथ से बना सोने-चांदी का मुकुट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बांग्लादेश के प्रसिद्ध जशोरेश्वरी काली मंदिर के दर्शन किए और मां काली की पूजा की। आज के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने मां काली को सोने और चांदी का मुकुट चढ़ाया, जो कि हाथ से बना हुआ है। एक पारंपरिक कलाकार ने मां काली के लिए ये मुकुट तैयार किया था, इसे बनाने में तीन हफ्तों का समय लगा।प्रधानमंत्री ने विधि-विधान से मां काली की पूजा अर्चना की। उन्होंने मां काली को एक मुकुट, साड़ी व अन्य पूजन सामग्रियां भी अर्पित की और अंत में मंदिर की परिक्रमा भी की।
 
जशोरेश्वरी मंदिर में एक कम्यूनिटी हॉल बनाया जाएगा – पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि जब यहां मां काली की पूजा का मेला लगता है तो बहुत बड़ी तादाद में भक्त आते हैं जिनमें सीमापार के श्रद्धालु भी शामिल होते हैं। उन्होंने यहां एक सामुदायिक केंद्र के निर्माण की आवश्यकता बताते हुए कहा कि भारत सरकार यहां इसके निर्माण का कार्य करेगी ताकि जब काली पूजा के समय लोग यहां आएं तो यह उनके उपयोग में आए। आपदा के समय भी यह काम आए। उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार यहां पर निर्माण कार्य कराएगी। इसके लिए बांग्लादेश सरकार ने शुभकामनाएं प्रकट की है। इसके लिए मैं उनका आभार प्रकट करता हूं।’’
 
मां काली से विश्व को कोरोना मुक्त करने की मांग की – पीएम मोदी
जशोरेश्वरी काली मंदिर की पूजा करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मां काली के चरणों में आने का सौभाग्य मिला। उन्होंने कहा कि मैंने मां काली से कामना की है कि पूरे विश्व को कोरोना से मुक्ति मिले। उन्होंने आगे कहा कि मेरी कोशिश रहती है कि 51 शक्तिपीठों का दर्शन करने का मौका मिले, तो जरूर करूं। प्रधानमंत्री ने ‘‘सर्वे भवंतु सुखिन:’’ के मंत्र का उल्लेख किया और ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’ को भारतीय संस्कृति की विरासत बताते हुए कहा, ‘‘हम पूरी मानव जाति के कल्याण के लिए प्रार्थना करते हैं।’’
 
जशोरेश्वरी मंदिर में पूजा करने के बाद लोगों से की मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी ने जशोरेश्वरी काली मंदिर की पूजा अर्चना की और अब वो मतुआ समुदाय के लोगों से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी का मतुआ समुदाय से मिलना पश्चिम बंगाल के चुनाव के मद्देनजर काफी अहम माना जा रहा है। बंगाल की 70 विधानसभा सीट पर इस समुदाय के मतदाताओं का असर पड़ता है। 
 
जशोरेश्वरी काली मंदिर पहुंचे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जशोरेश्वरी काली मंदिर के दर्शन के लिए वहां पहुंच गए हैं। पीएम मोदी प्रसिद्ध काली मंदिर की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। बता दें कि ये मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है। सतखीरा जिले के ईश्वरीपुर में जशोरेश्वरी काली मंदिर स्थित है और बंगाल के चुनाव के दौरान इस पूजा को काफी अहम माना जा रहा है। 
 
पहले भी कूटनीति और आस्था के साथ राजनीति साधते आए हैं पीएम मोदी
11-12 मई प्रधानमंत्री मोदी नेपाल के दौरे पर थे और 12 मई की सुबह वो पशुपतिनाथ के दर्शन करने पहुंच गए थे। जिस समय उनके दर्शन की तस्वीरें टीवी पर आ रही थीं, उसी समय कर्नाटक में चुनाव हो रहे थे। इसके अलावा 19 मई 2019 को पीएम मोदी केदारनाथ की गुफा में ध्यान लगा रहे थे, उस वक्त भी कई राज्यों में लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के वोट डाले जा रहे थे। 

2019 के बाद भाजपा के समर्थन बना मतुआ समुदाय
कुल अनुसूचित जाति आबादी का 20 फीसदी हिस्सा मतुआ समुदाय के लोग हैं। बंगाल की 70 विधानसभा सीटों पर इनका सीधा असर पड़ता है। साल 2009 से पहले मतुआ समुदाय के लोग लेफ्ट के समर्थक माने जाते थे लेकिन 2009 के बाद ये लोग टीएमसी की ओर मुड़ गए। हालांकि लोकसभा चुनाव के बाद इस समुदाय के लोगों का वोट भाजपा की ओर मुड़ गया।

बंगाल में मतुआ समुदाय के दो करोड़ लोग
आजादी के समय इस समय के कई लोग पश्चिम बंगाल में आकर बस गए थे। 2011 की जनगणना के अनुसार पश्चिम बंगाल में इस समुदाय की आबादी दो करोड़ के आस-पास है। बता दें कि ज्यादातर मतुआ आबादी उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, नादिया, जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी, कूचबिहार और बर्धमान जिलों में फैली है। 

बांग्लादेश में मतुआ समुदाय से मिलकर बंगाल साधने की कोशिश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बांग्लादेश के दूसरे दिन के दौरे पर है। आज के दिन प्रधानमंत्री मोदी मतुआ समुदाय के लोगों से मुलाकात करेंगे। ये मुलाकात पश्चिम बंगाल के मायनों में काफी अहम मानी जा रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि जिस समुदाय से आज पीएम मोदी मिलने जा रहे हैं उनका बंगाल की 70 विधानसभा सीटों पर असर है और सबसे खास बात यह है कि आज इनमें से कई सीटों पर मतदान भी है। 

शेख मुजीबुररहमान को गांधी शांति पुरस्कार
शुक्रवार की शाम को पीएम मोदी ने ढाका में बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस पर एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लिया। नेशनल परेड स्क्वायर से पीएम मोदी ने संबोधन दिया। यहां उन्होंने शेख मुजीबुर रहमान को साल 2020 के गांधी शांति पुरस्कार से नवाजा। रहमान की छोटी बेटी शेख रेहाना ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। पीएम ने मुक्ति युद्ध में शामिल जवानों को नमन किया। उन्होंने इस कार्यक्रम में न्योता देने के लिए बांग्लादेश को धन्यवाद कहते हुए कहा कि दोनों देशों के संबंध मजबूत हो रहे हैं।

‘बांग्लादेश की आजादी के लिए दी थी गिरफ्तारी’
कल पीएम मोदी ने जानकारी देते हुए बताया कि मेरी उम्र 20-22 साल रही होगी जब मैंने और मेरे कई साथियों ने बांग्लादेश के लोगों की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था, मैंने गिरफ्तारी दी थी। उन्होंने कहा, बांग्लादेश के मेरे भाइयों और बहनों को, यहां की नौजवान पीढ़ी को मैं एक और बात बहुत गर्व से याद दिलाना चाहता हूं। बांग्लादेश की आजादी के लिए संघर्ष में शामिल होना, मेरे जीवन के भी पहले आंदोलनों में से एक था।

कल दिया गया था गार्ड ऑफ ऑनर
बता दें कि अपनी दो दिवसीय यात्रा के लिए कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश पहुंचे थे। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उनका स्वागत किया और प्रधानमंत्री मोदी का गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी सावर स्थित शहीद स्मारक पहुंचे और वहां उन्होंने पौधारोपण किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ढाका स्थित बंगबंधु अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस सेंटर भी पहुंचे। यहां उनकी समकक्ष शेख हसीना भी यहां मौजूद रहीं। यहां उन्होंने और शेख हसीना ने बंगबंधु-बापू संग्रहालय का उद्घाटन किया।

समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने की संभावना
हिंदू मंदिरों की अपनी यात्रा के बाद, प्रधानमंत्री मोदी अपने बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के साथ वार्ता करेंगे और दोनों देशों के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने की संभावना है। इसके बाद, वह बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हमीद से मुलाकात करेंगे। 

मतुआ समुदाय के प्रतिनिधियों से मिलेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया था कि वह प्राचीन जशोरेश्वरी काली मंदिर में देवी काली की पूजा करने के लिए बेकरार हैं। दूसरा मंदिर, जो गोपालगंज के ओरकांडी में स्थित है, यहां सैकड़ों हिंदू मतुआ समुदाय का निवास है, जिनमें से बड़ी संख्या में पश्चिम बंगाल के निवासी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को एक बयान में कहा था कि वह विशेष रूप से ओरकांडी में मतुआ समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ अपनी बातचीत के लिए उत्सुक हैं, साथ ही कहा कि यहां से श्री श्री हरिचंद्र ठाकुर जी ने अपने पवित्र संदेश का प्रसार किया।

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