विराट-अनुष्का ने जीता सबका दिल, गंभीर बीमारी से पीड़ित बच्चे के इलाज के लिए जुटाए 16 करोड़ रुपये

विराट-अनुष्का ने जीता सबका दिल, गंभीर बीमारी से पीड़ित बच्चे के इलाज के लिए जुटाए 16 करोड़ रुपये

नई दिल्ली। अपने नाम और दम के बल पर मानवता के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा कुछ ही लोगों में होता है और देश में ऐसा करने वालों की कमी नहीं है। कोरोना काल में भी ऐसे तमाम लोग सामने आए, जिन्होंने बढ़-चढ़कर जरूरतमंदों की मदद की। ऐसी ही दरियादिली भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और उनकी अभिनेत्री पत्नी अनुष्का शर्मा ने भी दिखाई है। दरअसल, विराट और अनुष्का ने 16 करोड़ रुपये जुटाकर गंभीर बीमारी से पीड़ित अयांश नाम के एक छोटे से बच्चे की जान बचाई है। 

क्या है पूरा मामला?
अयांश गुप्ता नाम का एक बच्चा स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) नाम की बीमारी से जूझ रहा था। इस बीमारी के इलाज के लिए जरूरी दवा जोलगेन्स्मा की कीमत 16 करोड़ रुपये हैं, लेकिन अयांश के परिजन इतने पैसे जुटाने में सक्षम नहीं थे। पैसे जुटाने के लिए अयांश के माता-पिता ने  ट्विटर पर ‘अयांशफाइटएसएमए’ नाम से एक अकाउंट बनाया और लोगों से सहायता मांगी। इस मुहिम में विराट और अनुष्का भी कूद पड़े और अयांश के इलाज के लिए अपने फैंस के साथ मिलकर जरूरी पैसे जुटाए।

यह जीत सभी साथ देने वालों की है
अयांश के परिजनों ने इस सहयोग के लिए ट्विटर हैंडल पर विराट और अनुष्का को धन्यवाद कहा है। ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि ‘हमने कभी नहीं सोचा था कि इस मुश्किल सफर का इतना खूबसूरत अंत होगा। हमें यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि हमने अयांश की दवाई के लिए जरूरी 16 करोड़ रुपये की राशि हासिल कर ली है। उन सभी का बहुत शुक्रिया, जिन्होंने हमें सपोर्ट किया। यह आपकी जीत है।

विराट अनुष्का के लिए क्या लिखा?
‘अयांशफाइटएसएमए’ ट्विटर हैंडल से एक और ट्वीट विराट और अनुष्का के लिए किया गया है। इस ट्वीट में लिखा है कि कोहली और अनुष्का हमने हमेशा बतौर फैंस आपसे प्यार किया पर आपने अयांश और इस अभियान के लिए जो किया, वह उम्मीद से भी परे था। आपने छक्के के साथ जिंदगी का मैच जीतने में हमारी मदद की। मालूम हो कि इससे पहले विराट कोहली और अनुष्का शर्मा ने कोरोना से जूझ रहे लोगों की भी खुलकर मदद की थी। दोनों ने मिलकर 11 करोड़ की राशि इकट्ठा की थी, जिसका इस्तेमाल ऑक्सीजन और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए किया गया। 

एसएमए और इसका इलाज
स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) एक आनुवंशिक बीमारी है। यह बीमारी कई प्रकार की होती है, लेकिन इसमें टाइप-1 सबसे गंभीर है। इस बीमारी का इलाज के लिए जोलगेन्स्मा इंजेक्शनकी जरूरत पड़ती है जिसे स्विटजरलैंड की एक कंपनी तैयार करती है। कंपनी का दावा है कि यह इंजेक्शन एक तरह से जीन थैरेपी ट्रीटमेंट है, जिसे एक बार लगाया जाता है। इसे एसएमए से जूझने वाले दो साल से कम उम्र के बच्चों को लगाया जाता है। एक्सपर्ट के अनुसार स्पाइनल मस्क्यूलर एट्रॉफी जिस जीन की खराबी के कारण होती है, जोलगेन्स्मा इंजेक्शन उसे नए जीन से रिप्लेस करता है। बच्चे के डीएनए में नया जीन शामिल हो जाता है।

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