बेहतर सेवा समाप्ति पैकेज की मांग को लेकर फोर्ड इंडिया के कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी

बेहतर सेवा समाप्ति पैकेज की मांग को लेकर फोर्ड इंडिया के कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी

चेन्नई: तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के मराईमलाईनगर इलाके में वाहन कंपनी फोर्ड इंडिया के कारखाने के करीब 2,600 कर्मचारी बेहतर सेवा समाप्ति पैकेज की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं।

फोर्ड इंडिया का चेन्नई का कारखाना जल्द ही बंद होने वाला है।

कर्मचारी संगठन के एक अधिकारी ने आईएएनएस को शनिवार को बताया कि प्रबंधन ने हर साल की सर्विस के एवज में 85 दिन का वेतन ऑफर कर रहा है। इसके साथ ही हर साल की सर्विस के लिए 42,500 रुपये भी अलग से दिये जा रहे हैं। पहले प्रबंधन ने प्रत्येक साल की सर्विस के लिए 75 दिन का वेतन और 20,000 रुपये देने के लिए कहा था।

प्रदर्शनरत कर्मचारियों ने लेकिन एक अन्य कार निर्माता कंपनी के सेवा समाप्ति पैकेज के अनुसार पैकेज की मांग कर रहे हैं। उक्त कार निर्माता कंपनी ने हर साल की सर्विस के लिए कर्मचारियों को 135 दिन का वेतन दिया है और साथ ही उनके आयकर का खर्च भी वही उठा रही है।

ये कर्मचारी सोमवार से ही धरने पर बैठे हैं। कर्मचारी संगठन के अधिकारी ने कहा कि पहले जो कर्मचारी कारखाने के अंदर प्रदर्शन कर रहे थे, वे अब बाहर गेट पर धरना दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि श्रम विभाग के जो अधिकारी कारखाने आये थे, उन्होंने यूनियन को प्रबंधन के साथ बातचीत करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि यह प्रबंधन और कर्मचारियों का आपसी मसला है और राज्यकार की इसमें कोई भूमिका नहंी है।

यूनियन अधिकारी ने यह भी आशंका जताई कि प्रबंधन भेल ही कहे कि वह ईवी नहीं बनाना चाहता है लेकिन कंपनी ईवी के लिए जीजान से लगी हुई है। कंपनी यह खुलासा नहीं कर रही है कि वह किस संयंत्र में ईवी का निर्माण करेगी। ऐसा लगता है कि इसी संयंत्र में ईवी का निर्माण होना है और उससे पहले कर्मचारियों को हटाया जा रहा है।

यूनियन अधिकारी ने कहा कि इस संयंत्र में अगले कुछ दिनों तक ही उत्पादन होना है। इस संयंत्र में निर्यात के लिए ईकोस्पोर्ट कारें निर्मित की जाती हैं।

देश में फोर्ड इंडिया के चार संयंत्र हैं। सितंबर 2021 में वाहन कंपनी ने वित्त वर्ष 21 की अंतिम तिमाही तक गुजरात के साणंद स्थित अपने कारखाने और वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही तक चेन्नई संयत्र को बंद करने की घोषणा की थी।

साणंद कारखाने को टाटा मोटर्स ने अधिगृहित करने की घोषणा की है और वहां के कर्मचारी भी अब टाटा के लिए काम करेंगे।

चेन्नई संयंत्र में करीब 2,600 स्थाई कर्मचारी हैं और 1,000 संविदाकर्मी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

English Website