बीजिंग, | – मैं मीरा हूं,मैं पतली हूं – मैं अंजली हूं, मैं मोटी हूं – मैंने चीनी परंपरागत पोशाक छीफाओ पहना हुआ है -और मैंने भारतीय परंपरागत पोशाक साड़ी पहनी हुई है – हम दोनों हिन्दी बोलने वाली चीनी लड़की हैं – -हम दोनों भारत से प्यार करते हैं… 20 मार्च 2021 को, पेइचिंग स्थित भारतीय दूतावास में विश्व हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में चाइना मीडियाग्रुप के अधीनस्थ चाइना रेडियो इन्टरनेशनल (सीआरआई) के हिन्दी विभाग से आई दोनों होस्ट दर्शकों के सामने हिन्दी में टॉकशो किया। उन्होंने गाना गाया, नृत्य किया, जोक्स सुनाये, भारत में अपना अनुभव साझा किया और चीनी व भारतीय लोगों के बीच गलतफहमियों को उजागर किया। उनके प्रदर्शन के दौरान दूतावास के स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र के सभागृह में उपस्थित सौ से अधिक चीनी और भारतीय दर्शकों ने हंसते हुए खूब तालियां बजायीं। इन दोनों चीनी लड़कियों की धाराप्रवाह हिन्दी सुनकर भारतीय मित्र भी दंग रह गये, और वहां मौजूद हिन्दी सीखने वाले चीनी विद्यार्थियों के विचार में उनसे सीखने योग्य है।
हम सभी को ज्ञात है कि चीनी भाषा के बाद विश्व में हिन्दी बोलने वालों की संख्या दूसरे स्थान पर है। विश्व हिन्दी दिवस की स्थापना का उद्देश्य दुनिया भर में हिन्दी और भारतीय संस्कृति का प्रसार-प्रचार करना है। इधर के सालों में, चीन और भारत के बीच विभिन्न क्षेत्रों में आदान-प्रदान और लोगों के बीच आवाजाही साल-ब-साल बढ़ती जा रही है, और इसके साथ ही हिंदी सीखने के लिए लोगों का उत्साह भी दिन-प्रति-दिन बढ़ रहा है। चीन में हिन्दी के विकास का इतिहास लगभग 80 साल का है। इसी दौरान अनगिनत चीनी हिन्दी वाले चीन और भारत के बाच आपसी समझ और मैत्री को आगे बढ़ाने के लिए योगदान दिया।
वर्तमान में चीन में कुल 18 विश्वविद्यालयों में हिन्दी पढ़ने वाले कुल मिलाकर अनगिनत श्रोता और दर्शक हैं। अपने विकास के 70 से अधिक सालों में सीआरआई के हिन्दी विभाग ने चीन और भारत के बीच मैत्री को आगे बढ़ाने में बड़ा योगदान दिया है। आजकल इन्टरनेट के तेज विकास के चलते सीआरआई के उद्घोषक और उद्घोषिका रेडियो कार्यक्रम बनाने के साथ-साथ फेसबुक पर लाइव शो करने में भी सक्रिय हैं। मीरा और अंजली जैसी इंटरनेट सेलिब्रिटी एंकर फेसबुक पर बहुत लोकप्रिय हैं। आम समय में उनके लाइव प्रसारण को भारतीय दर्शक बहुत पसंद करते हैं। चीन के बारे में जानकारी उन्हें बहुत उत्सुक करती है। कभी-कभार भारतीय दर्शक चीनी एंकर से चीन के बारे में पूछते हैं। एंकरों और दर्शकों के बीच आपसी रुचिकर मुद्दों को लेकर संवाद करते हैं। इसके माध्यम से भारतीय लोगों के पास चीन के बारे में जानकारी बढ़ी है, और वहीं चीनी एंकरों के भारतीय दर्शकों में लोकप्रियता को भी बढ़ावा मिला है।
विश्व हिन्दी दिवस साल में एक बार मनाया जाता है, यह दुनिया भर में हिन्दी बोलने वालों के लिए एक अच्छा मौका है। हालांकि वर्तमान में चीनी लोगों में हिन्दी पर महारत हासिल करने वालों की संख्या उतनी ज्यादा नहीं है। लेकिन भविष्य में इसका बेहतर विकसित रूझान देखने को मिलेगा। शायद बीते एक साल में चीन और भारत के बीच कुछ विवाद और मतभेद पैदा हुए हैं, लेकिन दोनों देशों के लम्बे इतिहास में यह केवल एक बहुत छोटी सी अवधि है।