भोपाल: मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने भाजपा सांसद के पी यादव को जन्मदिन की बधाई दी है। ये वही कृष्णपाल सिंह यादव(केपी यादव) है जिन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना-शिवपुरी संसदीय सीट से करारी हार दी थी। एक समय था जब केपी यादव सिंधिया के बेहद करीबी माने जाते थे लेकिन सिंधिया के खिलाफ लोकसभा चुनाव में सिंधिया की ही संसदीय सीट गुना-शिवपुरी से चुनाव लड़कर और उन्हें हराने के बाद सिंधिया और केपी यादव में दूरियां बढ़ने लगी। आज भले ही ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में हैं लेकिन सिंधिया और केपी यादव में आज भी मनमुटाव देखने को मिलता है।
शुक्रवार को कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा- मध्यप्रदेश के गुना लोकसभा क्षेत्र के सांसद कृष्ण पाल सिंह यादव जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। ईश्वर से आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। कमलनाथ के इस ट्वीट पर मध्य प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है। वहीं केपी यादव ने भी पूर्व सीएम के ट्वीट पर आभार प्रकट किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा- कमलनाथ जी शुभकामनाओं एवं स्नेहाशीष के लिए आपका सह्रदय आभार।
आपको बता दें सिंधिया और केपी यादव के बीच दूरियों और मनमुटाव का यह सिलसिला 2019 से शुरु हुआ था। केपी यादव जो परिवार के बेहद करीबी थे और सिंधिया के फालोवर थे ने लोकसभा चुनाव के दौरान गुना सीट सिंधिया को पटखनी दी थी। केपी यादव भाजपा और सिंधिया ने कांग्रेस से चुनाव लड़ा था। इसमें केपी यादव की शानदार जीत हुई थी और सिंधिया ने अपनी राजनीतिक जीवन में पहली बार हार का मुंह देखा था। इसके बाद 2020 में सिंधिया ने बीजेपी ज्वॉइन कर ली। इसके बाद भी मनमुटाव का यह सिलसिला जारी है और दोनों में दूरियां जस की तस बनी है।
हाल ही दिसंबर में ग्वालियर में किसान सम्मेलन में सिंधिया और केपी यादव के बीच मनमुटाव की एक झलक देखने को मिली थी जब वे एक ही मंच पर बैठे रहे, लेकिन दोनों के बीच बातचीत तो दूर, दुआ-सलाम तक नहीं हुई। सम्मेलन में सिंधिया मुख्य वक्ताओं में शामिल थे। वे मंच पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ बैठे जबकि यादव को उनसे 6 सीट दूर बैठने की जगह मिली।