तमिलनाडु में अनुसूचित जाति के 300 लोगों को मंदिर में पूजा करने का मौका दिया गया। इन लोगों के लिए ये ऐतिहासिक कदम है, क्योंकि तिरुवन्नामलाई जिले के इस मंदिर में इन्हें जाने से 80 साल से रोका जा रहा है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये मुद्दा एक सम्मेलन के दौरान सामने आया, जहां कई समुदाय, कलेक्टर और जिला प्रशासन की बैठक में फैसला लिया गया। हालांकि, अब भी गांव में 12 विरोधी समूह इसके खिलाफ हैं, इसलिए मंदिर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात हैं, ताकि स्थिति तनावपूर्ण न हो जाए।
