भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भोपाल शहर को आर्च ब्रिज और स्मार्ट रोड समेत कई सौगातें दीं। हालांकि, इन प्रोजेक्ट्स के लोकार्पण समारोह पर भी राजनीति हावी हो गई। कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने स्मार्ट रोड के लोकार्पण समारोह में आमंत्रण न दिए जाने पर विरोध जताया और अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र का विधायक होने के बावजूद शिला पट्टिका पर उनका नाम नहीं लिखा गया। धरने पर बैठे शर्मा को मनाने विधानसभा के सामयिक अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा को जाना पड़ा।
इन सबके बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भोपाल के पांच प्रोजेक्टों का लोकार्पण किया। इसमें बहुप्रतीक्षित स्मार्ट रोड और रानी कमलापति आर्च ब्रिज भी शामिल है। इसके साथ ही उन्होंने चार इमली स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और जाटखेड़ी स्थित कचरा ट्रांसफर स्टेशन का भी लोकार्पण किया। वहीं स्मार्ट रोड के पास सात करोड़ स्र्पये में 11 एकड़ में बनाया गया स्मार्ट पार्क भी लोकार्पित किया गया। इस पार्क में 24 हजार वर्गमीटर क्षेत्र में सिटी फॉरेस्ट तैयार किया गया है। यह सभी कार्य स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत तैयार किए गए हैं। इन सभी प्रोजेक्ट की लागत 100 करोड़ स्र्पये से ज्यादा है। रानी कमलापति आर्च ब्रिज की कुल लंबाई 200 मीटर है। ब्रिज की चौड़ाई लगभग 11 मीटर है। वहीं प्रदेश की पहली स्मार्ट रोड की लागत 43 करोड़ रुपये आई है। इसकी लंबाई 2.2 किमी है।
प्रोजेक्ट का लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भोपाल को भारत का मॉडल शहर बनाना है। इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, पूर्व महापौर आलोक शर्मा सहित राजधानी के कई भाजपा नेता मौजूद रहे।