झांसी। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को स्ट्रॉबेरी महोत्सव का आगाज किया। स्ट्रॉबेरी महोत्सव झांसी में करीब एक महीने तक चलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका आगाज लखनऊ स्थित सरकारी आवास से वर्चुअली किया।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से स्ट्रॉबेरी महोत्सव का शुभारंभ करने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि झांसी में अगले एक माह तक चलने वाला स्ट्रॉबेरी महोत्सव चमत्कार से कम नहीं है। बुंदेलखंड की धरती पर स्ट्रॉबेरी महोत्सव का आयोजन हो रहा है। बुंदेलखंड के बारे में प्रदेश और देश की जो धारणा थी उसे इस महोत्सव के माध्यम से एक नया संदेश दिया जा रहा है। बुंदेलखंड में एक नई पहचान दिलाने का काम करेगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज तो तय हो ही गया कि बुंदेलखंड में सब कुछ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तो हमारे बुंदेलखंड के किसानों के परिश्रम का परिणाम है। मैं इसके लिए सभी किसान बंधुओं को हृदय से बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में स्ट्रॉबेरी का उत्पादन कार्य घर की छत से प्रारम्भ किया गया था। इसके बाद बढ़ाकर इसे वहां के खेतों में रोपित किया गया।
अब यह एक महोत्सव के रूप में पूरे झांसी व बुंदेलखंड में एक नई पहचान दिलाने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड के नागरिकों में कार्य करने की दृढ़ इच्छाशक्ति है। यहां की उर्वरा भूमि में सोना उगलने की क्षमता है लेकिन इस प्रतिभा को उचित मंच नहीं मिल पा रहा था। आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड के नागरिकों में कार्य करने की दृढ़ इच्छाशक्ति है। यहां की उर्वरा भूमि में सोना उगलने की क्षमता है लेकिन इस प्रतिभा को उचित मंच नहीं मिल पा रहा था। आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है।
बुंदेलखंड की धरती पर स्ट्रॉबेरी महोत्सव का आयोजन हो रहा है। बुंदेलखंड के बारे में प्रदेश और देश की जो धारणा थी उसे इस महोत्सव के माध्यम से एक नया संदेश दिया जा रहा है। मुझे विश्वास है कि स्ट्रॉबेरी महोत्सव पूरे बुंदेलखंड के किसानों के लिए नई प्रेरणा का केंद्र बिंदु बनेगा। यह किसानों की आमदनी को कई गुना बढ़ाने के साथ ही मार्केट की मांग के अनुरूप आपूर्ति करने में सहायक साबित होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुंदेलखंड व उत्तर प्रदेश में काफी उर्वरा भूमि है। हमारे पास सरफेस वॉटर पर्याप्त मात्रा में है। हम खेती को ड्रिप इरिगेशन प्रणाली से जोड़कर आज की क्षमता से तीन गुना अधिक सिंचाई क्षमता विकसित कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के इतिहास में आज पहली बार स्ट्रॉबेरी महोत्सव का आयोजन हो रहा है। आज उत्तर प्रदेश के अनेक स्थानों पर स्ट्रॉबेरी की खेती हो रही है। स्ट्राबेरी की खेती और मार्केटिंग पर लखनऊ में केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान (सीआईएसएच) भी बेहतरीन काम कर रहा है।