लखनऊ। कृषि कानून के विरोध में आंदोलनरत किसान संगठनों के समर्थन में कन्नौज में प्रस्तावित किसान यात्रा में भाग लेने जा रहे समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस द्वारा रोक लिया गया। इस दौरान उनके आवास और पार्टी दफ्तर के बाहर बड़ी तादाद में पुलिस बल की तैनाती की गयी है। जिसके बाद अखिलेश यादव अपने आवास से बाहर आए और पैदल ही कन्नौज के लिए निकले पड़े।इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ दी जिससे पुलिस और कार्यकर्ताओं में झड़प हुई। इस बीच सपा अध्यक्ष कन्नौज जाने की जिद में लखनऊ में ही बंदरियाबाग चौराहे पर धरने पर बैठ गए। वहीं धारा 144 के उल्लंघन में पुलिस ने सपा अध्यक्ष को हिरासत में ले लिया है। जिससे हजारों की संख्या में सपा कार्यकर्ता उग्र हो गए और अखिलेश को ले जाने वाली गाड़ी पर सवार हो गए।
वहीं पत्रकारों से वार्ता के दौरान अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है। सरकार किसानों की नहीं सुन रही है। इस सरकार में किसान, गरीब, मजदूर सब परेशान हैं। भाजपा ने कोरोना वायरस को एक बहाना बनाया है। भाजपा के लिए किसी भी कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए कोरोना वायरस कहीं पर भी नहीं है, लेकिन विपक्ष अगर कहीं पर भी कुछ करता है तो सरकार कोरोना का बहाना बना लेती है। अब तो यह सरकार भरपूर तानाशाही कर रही है। हर जगह पर पुलिस के दम पर हमें रोका जा रहा है।
बता दें कि सपा अध्यक्ष ने रविवार को कन्नौज में पार्टी द्वारा आयोजित किसान मार्च में भाग लेने की घोषणा की थी जिसके बाद देर रात से ही विक्रमादित्य मार्ग स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय और यादव के आवास के बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया गया था। यादव के आवास से लेकर पार्टी कार्यालय तक बल्लियों से बैरिकेडिंग की गई थी।