नई दिल्ली। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानाें को विपक्षी दलों समेत कई क्षेत्रीय संगठनों का साथ मिल गया है। अलग-अलग राजनीतिक दलों ने भारत बंद के ऐलान को समर्थन देने की घोषणा की है। इस बीच केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि वह अपना अस्तित्व बचानें के लिए ऐसा कर रहे हैं।
रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि आज हम विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेस, NCP और उनके सहयोगी दलों के शर्मनाक दोहरे चरित्र को देश के सामने बताने आए हैं। आज जब इनका राजनीतिक वजूद खत्म हो रहा है तो अपना वजूद बचाने के लिए ये किसी भी विरोधी आंदोलन में शामिल हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों से संबंधित सुधारों को लेकर जो कानून बने हैं, उसको लेकर कुछ किसान संगठनों ने जो शंका उठायी है उसके लिए चर्चा हो रही है, वो चर्चा की अपनी प्रक्रिया है जो सरकार कर रही है। लेकिन अचानक तमाम विपक्षी या गैर भाजपाई दल कूद गए हैं।
कांग्रेस का राजनीतिक वजूद खत्म हो गया: भाजपा
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसान आंदोलन के नेताओं ने साफ-साफ कहा है कि राजनीतिक लोग हमारे मंच पर नहीं आएंगे। हम उनकी भावनाओं का सम्मान करते हैं। लेकिन विपक्षी दल इसमें कूद रहे हैं, क्योंकि इन्हें भाजपा और नरेन्द्र मोदी जी का विरोध करने का एक और मौका मिल रहा है। आज जब कांग्रेस का राजनीतिक वजूद खत्म हो रहा है, ये बार-बार चुनाव में हारते हैं चाहे वो लोकसभा हो, विधानसभा हो या नगर निगम चुनाव हो। ये अपना अस्तित्व बचाने के लिए किसी भी विरोधी आंदोलन में शामिल हो जाते हैं।
अरविंद केजरीवाल पर भी साधा निशाना
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 2019 के चुनाव में अपने चुनाव घोषणा पत्र में साफ-साफ कहा है कि एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट एक्ट को समाप्त करेगी और किसानों को अपनी फसलों के निर्यात और व्यापार पर सभी बंधनों से मुक्त करेगी। केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेताओं पर हमला बोला।