नई दिल्ली, | भारत और आस्ट्रेलिया के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन सोमवार को जसप्रीत बुमराह ने अजीबोगरीब तरह से स्टीव स्मिथ को बोल्ड किया। बुमराह की गेंद पर जिस तरह से स्मिथ बोल्ड हुए ठीक उसी तरह 1981 में मेलबर्न टेस्ट में ही भारत के तेज गेंदबाज करसन घावरी ने आस्ट्रेलियाई दिग्गज बल्लेबाज ग्रेग चैपल को बोल्ड किया था। उस मैच को भी भारत ने जीता था।
बुमराह बॉक्सिंग डे टेस्ट के तीसरे दिन स्मिथ को लेग साइड की तरफ गेंद डाली, जिस पर स्मिथ ने पीछे हटकर मारने की कोशिश की। लेकिन बॉल मिस हो गई और स्टम्प्स को छूकर निकल गई। बुमराह को लगा कि गेंद पैड्स को छूकर निकली और वो अपील करने लगे, लेकिन गिल्लियां उड़ चुकी थीं और गेंद स्टम्प्स ले उड़ी थीं।
ठीक इसी तरह 1981 में पूर्व तेज गेंदबाज घावरी ने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज चैपल को आउट किया था। उस समय आस्ट्रेलिया 143 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी और उसे हार मिली थी।
घावरी ने कहा, “हम चायकाल के बाद आउट हो गए थे और हमने उन्हें 143 रनों का लक्ष्य दिया था। तत्कालीन कप्तान सुनील गावस्कर ने गेंदबाजों को सख्त निर्देश दिया था कि गेंदबाजी शानदार करनी है। उन्होंने कहा कि खराब विकेट पर अच्छी गेंदबाजी होनी चाहिए, क्योंकि आप नहीं जानते कि गेंद कितनी उछाल लेगी।”
घावरी ने अपनी गेंदबाजी वर ओपनर जॉन डायसन को आउट कर दिया था और अब अगली बारी चैपल की थी।
घावरी ने कहा, “चैपल के आने से पहले गावस्कर ने मुझसे कहा था कि चैपल को पहली गेंद बाउंसर डालो और मैंने ऐसा ही करने की कोशिश की। लेकिन किसी भी तरह गेंद उन दरारों में से एक पर लगी और उठी नहीं। वह छोटी गेंद की तैयारी में थे, लेकिन गेंद उनका स्टंप्स ले उड़ी और वह पहली ही गेंद पर आउट हो गए।”