गुना – गुना संसदीय क्षेत्र मे 7 जून को मतदान होना हैं. बीजेपी की और से ज्योतिरादित्य उम्मीदवार हैं. वही कांग्रेस को उम्मीदवार घोषित करना हैं.
इस चुनाव मे उम्मीदवार और कौन होगा. इसकी तो प्रतीक्षाहैं ही. वही सिंधियापरिवार की परम्परा भी पूरी हो रही हैं. राजमाता विजया राजे सिंधिया 1956 मे पहला लोकसभा चुनाव गुना से कांग्रेस से लड़ी. वही जीवन का अंतिम चुनाव बीजेपी उम्मीद वार के रूप मे ही लड़ी थी. इस दौरान वह बीजेपी उम्मीद वार के रूप मे 4 और चुनाव गुना से ही लड़ी.
उनके पुत्र माधवराव सिंधिया जीवन का पहला चुनाव 1971 मे जनसंघ उम्मीद वार के रूप मे लड़े थे. वही अंतिम चुनाव गुना से कांग्रेस उम्मीद वार बत्तोर लड़े थे. इस दौरान वह गुना से दो बार तथा ग्वालियर से 4 बार चुनाव और लड़े. जिसमे 96 मे विकास कांग्रेस से भी चुनाव लड़ कर जीते थे.
अब तीसरी पीढ़ी के ज्योति रदित्य सिंधिया पहला चुनाव उप चुनाव के रूप मे कांग्रेस से लड़े. अब वह बीजेपी से गुना से उम्मीदवार हैं.
वर्ष 1999 के बाद पहला मौका हैं ज़ब कांग्रेस लोक सभा के लिए गैर उम्मीद वार खोज रही हैं. क्योंकि 99 मे माधव राव सिंधिया तथा उसके बाद से एक उप चुनाव सहित कुल 5 बार ज्योतिरादित्य सिंधिया ही उम्मीद वार होते थे. ज़ब की बीजेपी को उम्मीद वार का बदल बदल कर प्रयोग करना पड़ता था.
अब इतिहास ने करवट ली. कांग्रेस की और से कई नाम चर्चा मे हैं.
गुना संसदीय क्षेत्र मे 18 लाख 86 हज़ार से अधिक मतदाता 2198 मतदान केन्द्रो पर अपना उम्मीदवार चुनेंगे.