नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्षी एकता की गांठ ढीली पड़ती दिखाई दे रही है। शरद पवार और फारूक अब्दुल्ला के बाद अब पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और महात्मा गांधी के पौत्र गोपाल कृष्ण गांधी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया है। गोपाल कृष्ण गांधी ने कहा- इस मामले पर गहराई से विचार करने के बाद मैं देखता हूं कि विपक्ष का उम्मीदवार वह होना चाहिए, जो विपक्षी एकता के अलावा राष्ट्रीय सहमति और राष्ट्रीय माहौल पैदा करे। मुझे लगता है कि और भी लोग होंगे जो मुझसे बेहतर तरीके से ऐसा करेंगे।