शी चिनफिंग ने हंगरी के अखबार पर लेख प्रकाशित किया

शी चिनफिंग ने हंगरी के अखबार पर लेख प्रकाशित किया

बीजिंग: हंगरी की राजकीय यात्रा करने से पहले चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने हंगरी के अखबार पर लेख प्रकाशित किया। इसका शीर्षक है चीन-हंगरी संबंधों को “गोल्डन चैनल” तक ले जाने के लिए हाथ मिलाएं।

शी चिनफिंग ने कहा कि हालांकि चीन और हंगरी एक-दूसरे से बहुत दूर हैं, लेकिन दोनों देशों के लोगों के बीच मित्रता का लंबा इतिहास रहा है। इस साल चीन और हंगरी के बीच कूटनीतिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ है। पिछले 75 सालों में चीन और हंगरी सच्चे दिल में अच्छे दोस्त, सहयोग व समान जीत के अच्छे साझेदार और आपसी सीख वाले अच्छे दोस्त बने। दोनों पक्ष एक-दूसरे का पारस्परिक सम्मान करते हैं, एक-दूसरे के साथ समान व्यवहार करते हैं और आपसी लाभ व समान जीत पर कायम रहते हैं।

लगातार बदलती अंतर्राष्ट्रीय स्थिति में चीन और हंगरी ने कठिनाइयों को दूर कर अन्य देशों के साथ स्वतंत्र और मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान का सही रास्ता बनाया। दोनों पक्षों ने उच्च स्तरीय आपसी विश्वास का निर्माण किया और द्विपक्षीय संबंध इतिहास में सबसे अच्छे दौर से गुज़र रहे हैं।

शी चिनफिंग ने आगे कहा कि अब चीन और हंगरी अपने-अपने विकास के महत्वपूर्ण चरण में हैं। आशा है कि वर्तमान यात्रा के जरिए हंगरी के साथ पारंपरिक मित्रता और आपसी लाभ वाला सहयोग बढ़ाया जाएगा, ताकि चीन-हंगरी चतुर्मुखी रणनीतिक साझेदारी को एक नए स्तर पर पहुंचाया जा सके।

शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि हमें परंपरागत मित्रता का विकास करते हुए द्विपक्षीय संबंधों का राजनीतिक आधार मजबूत करना चाहिए और एक-दूसरे के मूल हितों का दृढ़ समर्थन करना चाहिए। हमें विकास की रणनीतियों को जोड़कर व्यवहारिक सहयोग में नए आयाम बनाने चाहिए। हमें सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढ़ाकर द्विपक्षीय संबंधों का जनमत आधार मज़बूत करना चाहिए। हमें क्षेत्रीय सहयोग का नेतृत्व करने के साथ चीन-यूरोप संबंधों की सही दिशा पर कायम रहते हुए चीन और मध्य व पूर्वी यूरोपीय देशों के बीच सहयोग को बढ़ाना चाहिए।

इसके साथ, हमें अंतर्राष्ट्रीय मामलों में आदान-प्रदान मजबूत कर वैश्विक चुनौतियों का समान मुकाबला करना चाहिए, ताकि विश्व शांति की रक्षा और समान विकास करने में नई उम्मीद जग सके। नई यात्रा पर चीन हंगरी के साथ मित्रवत कहानी जारी रखना चाहता है और सहयोग का नया अध्याय जोड़ना चाहता है, ताकि दोनों देशों के लोगों का बेहतर भविष्य तैयार हो सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

English Website