रूस: रूस-यूक्रेन युद्ध के 127वें दिन रूसी सेना ने बृहस्पतिवार को पूर्वी यूक्रेन में हमले तेज कर दिए। नाटो द्वारा मॉस्को को पश्चिमी सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा प्रत्यक्ष खतरा करार देने व यूक्रेनी संकटग्रस्त सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण की योजना पर सहमत होने के बाद हमलों में तेजी बढ़ा दी।
यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा, रूसी सेना पूर्वी शहर लिसिचंस्क से लोगों को निकालने की कोशिश में है। इसके लिए पूर्वी प्रांत में उसने घेराबंदी करने की कोशिश भी की। उधर, नाटो सम्मेलन के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेताया है कि यदि फिनलैंड और स्वीडन ने अपने क्षेत्र में नाटो सैनिकों की तैनाती की अथवा उनके सैन्य ढांचे खड़े किए तो रूस प्रतिक्रिया करेगा। इस बीच, रूसी सेना व यूक्रेन के अलगाववादी सहयोगियों ने लुहांस्क के 95 फीसदी हिस्से व आधे दोनेस्क पर कब्जा कर लिया है। अब रूस द्वारा लिसिचंस्क पर गोले बरसाए जा रहे हैं।
लंदन। बिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने नाटो नेताओं के शिखर सम्मेलन में यूक्रेन को एक अरब पाउंड की सैन्य मदद देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा, रूसी राष्ट्रपति की क्रूरता से लोगों की जान जा रही है और पूरे यूरोप में यूक्रेन की शांति व सुरक्षा को खतरा है। जॉनसन ने कहा, पुतिन इस युद्ध में उम्मीद के हिसाब से फायदा उठाने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने कहा, वह पूरी क्षमता से यूक्रेन के साथ खड़े हैं।
लंदन। ब्रिटेन में भारतीय मूल के उद्यमी लॉर्ड राज लूंबा ने युद्ध प्रभावित परिवारों की मदद के लिए धन जुटाने की घोषणा की है। वे यूक्रेन से विस्थापित होकर ब्रिटेन पहुंचे लोगों को दोबारा नया जीवन शुरू करने के लिए करीब 60 हजार पाउंड जमा करेंगे। लूंबा ने कहा, हम यूक्रेन से विस्थापित महिलाओं व उनके आश्रितों की मदद के लिए उन्हें सौ वाउचर देंगे, ताकि वे यहां की दुकानों से कपड़े और जरूरी सामान खरीद सकें।