चीन के विदेश मंत्री वांग यी लद्दाख में खूनी संघर्ष के बाद पहली बार भारत की यात्रा पर आ सकते हैं। माना जा रहा है कि उनकी यह यात्रा 24 से लेकर 26 मार्च के बीच हो सकती है।
गलवान घाटी में खूनी संघर्ष के बाद अब भारत और चीन के तनावपूर्ण रिश्ते में नरमी आती दिख रही है। अगर सबकुछ सही रहा तो चीन के विदेश मंत्री वांग यी इस महीने के अंत तक भारत की यात्रा पर आ सकते हैं। कोरोना वायरस महामारी और गलवान घाटी हिंसा के बाद चीन के किसी बड़े नेता की यह पहली भारत यात्रा हो सकती है। भारत और चीन के बीच लद्दाख में पिछले 2 साल से गतिरोध चल रहा है और दोनों तरफ से कुल करीब एक लाख सैनिक आमने-सामने हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि वांग यी की भारत यात्रा के लिए प्रस्ताव चीन की ओर से आया है।
यह यात्रा ऐसे समय पर होने जा रही है जब रूस ने यूक्रेन में 21 दिनों से जंग छेड़ रखी है। भारत, रूस, चीन के आरआईसी ग्रुप में चीन साल 2022 में अध्यक्ष है। साल 2020 के बाद चीन के विदेश मंत्री और भारतीय विदेश मंत्री दोनों ही कई बार मिले हैं लेकिन यह किसी दूसरे देश में हुई है। भारत ने चीन को साफ कर दिया है कि द्विपक्षीय रिश्ते में सुधार लद्दाख में सीमा विवाद सुलझाने के बाद होगा। साथ ही इसको सुलझाने की जिम्मेदारी भी चीन की होगी।