भारत की पंचायती राज संस्थाओं की निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों की प्रेरणादायक कहानियां संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के सभागार में गूंजती रहीं, जब तीन प्रतिष्ठित जमीनी स्तर के नेता शुक्रवार को ‘एसडीजी का स्थानीयकरण : भारत में स्थानीय शासन में महिलाएं कर रही हैं नेतृत्व’ शीर्षक वाले साइड इवेंट में मुख्य मंच पर आए।
त्रिपुरा से सुप्रिया दास दत्ता, आंध्र प्रदेश से कुनुकु हेमा कुमारी और राजस्थान से नीरू यादव ने स्थानीय शासन और कई विषयगत क्षेत्रों में सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के स्थानीयकरण को आगे बढ़ाने में अपने अनुभव और नवाचार साझा किए।
इनमें बाल विवाह से निपटने से लेकर स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका के अवसर और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देना शामिल था।
तीनों ने जमीनी स्तर के नेतृत्व की परिवर्तनकारी शक्ति का उदाहरण दिया, क्योंकि उन्होंने नेतृत्व की अपनी यात्रा में चुनौतियों और संघर्षों का सामना किया और उन पर काबू पाया।