गाजा, | इस्लामिक हमास मूवमेंट की ओर से कहा गया है कि आगामी आम चुनावों में ‘भागीदारी के स्वरूप’ के बारे में फैसला लिया जाना अभी बाकी है। हमास गाजा पट्टी को नियंत्रित करता है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, हमास राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य खलील अल-हया ने बुधवार को यहां प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा, “आगामी चुनावों में हमास की भागीदारी के स्वरूप के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी।”
अल-हया ने कहा, “लेजिस्लेटिव और राष्ट्रपति चुनावों में भाग लेना काहिरा वार्ता में हम जिस बात पर सहमत हैं, उस पर निर्भर करता है।” उन्होंने कहा कि चुनाव में हमास की भागीदारी के स्वरूप को लेकर संभवत: ‘कई विकल्प’ हैं।
लेकिन अल-हया ने कहा कि किसी को भी चुनाव से पीछे हटने की अनुमति नहीं है।
उन्होंने कहा कि उनका मूवमेंट चुनाव प्रक्रिया के अंत तक आगे बढ़ना चाहता है।
उन्होंने कहा, “हमास मूवमेंट चाहता है कि सभी गुट चुनाव में शामिल हों।”
हमास और फतह मूवमेंट सहित 14 फिलिस्तीनी गुटों के नेता 8 फरवरी को काहिरा में एक व्यापक राष्ट्रीय वार्ता शुरू करेंगे।
वार्ता का उद्देश्य फिलिस्तीनी क्षेत्रों में आम चुनाव कराने के मैकेनिज्म पर समझौता करना है।
15 जनवरी को, फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने फिलिस्तीनी राष्ट्रीय परिषद के लिए वोट के अलावा, विधायी और राष्ट्रपति चुनाव के लिए विशिष्ट तिथियां निर्धारित करने का फरमान जारी किया।
डिक्री के तहत 22 मई को विधायी चुनाव, 31 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव और 31 अगस्त को फिलिस्तीनी राष्ट्रीय परिषद के चुनाव होंगे।
आखिरी विधायी चुनाव फिलिस्तीनी क्षेत्रों में 2006 के अंत में हुए थे, जब हमास मूवमेंट ने बहुमत हासिल किया था।
अब्बास को 2005 में फिलिस्तीनी अथॉरिटी के राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था।