इजरायल ने कोरोना वैक्सीन की प्रभावशीलता पर फैले डर को गलत बताया

इजरायल ने कोरोना वैक्सीन की प्रभावशीलता पर फैले डर को गलत बताया

लंदन , | इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोनावायरस वैक्सीन की प्रभावशीलता के बारे में फैले डर को गलत करार दिया है।

इजरायल में वैक्सीन की प्रभावशीलता को लेकर शंका जाहिर की गई थी। एक उच्च अधिकारी की ओर से दावा किया गया था कि बीमारी के खिलाफ वैक्सीन की पहली खुराक उम्मीद से कम प्रभावी है और वैक्सीन लेने के बाद भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हो सकता है। हालांकि देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऐसी शंकाओं पर विराम लगाते हुए इसे खारिज कर दिया है।

इजरायल कोविड-19 के खिलाफ लोगों का टीकाकरण करने में दुनिया के अग्रणी शीर्ष देशों में से एक है।

द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल में कोविड-19 आयुक्त नाचमैन ऐश ने इजरायल के आर्मी रेडियो को बताया था कि एक एकल खुराक, “जितना हमने सोचा था, उससे कम प्रभावी है।”

बीबीसी की ओर से गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, ऐश की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “वैक्सीन की पहली खुराक के प्रभाव के बारे में इजरायल कोविड-19 आयुक्त की टिप्पणी संदर्भ से बाहर और गलत है।”

रिपोर्ट्स के अनुसार, ऐश की टिप्पणी ऐसे हजारों लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद आई थी, जिन्हें वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी थी।

वहीं देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि वैक्सीन के पूर्ण सुरक्षात्मक प्रभाव को दूसरी खुराक दिए जाने के बाद ही देखा जा सकता है।

द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, फाइजर कंपनी का कहना है कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक लगभग 52 प्रतिशत प्रभावी है।

इजरायल ने 19 दिसंबर को टीकाकरण शुरू किया था और 2020 के अंत तक इसने अपने देश की कुल आबादी के 10 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक दे दी थी।

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