न्यूयॉर्क: डोनाल्ड ट्रंप का ऐतिहासिक मुकदमा सोमवार को शुरू हो गया, जिससे वह अमेरिकी इतिहास में आपराधिक मामले का सामना करने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बन गए, जिससे नवंबर में होने वाले चुनाव में उनकी उम्मीदवारी को लेकर कई सवाल खड़े हो गए।
दुनियाभर में रुचि के साथ देखे गए एक मुकदमे में ट्रंप को एक पोर्न अभिनेत्री को यौन संबंध बनाने के आरोपों के बारे में चुप कराने के लिए अपनी कंपनी के व्यावसायिक रिकॉर्ड में हेराफेरी कर उसे पैसे देने के आरोप में आपराधिक सजा और जेल की सजा का सामना करना पड़ सकता है।
रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप की डेमोक्रेट राष्ट्रपति जो बाइडेन पर मामूली बढ़त है। चुनाव से सात महीने पहले उन्हें मैनहट्टन कोर्ट रूम में सप्ताह में चार दिन पेश होना पड़ेगा।
इस मुकदमे में भले ही उन्हें दोषी ठहराया जाए, मगर उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने और चुने जाने से अयोग्य नहीं ठहराया जा सकता, क्योंकि संविधान आपराधिक सजा वाले उम्मीदवार पर मौन है।
मैनहट्टन मामला संभवत: चुनाव से पहले सुनवाई के लिए आने वाला एकमात्र आपराधिक मामला होगा, क्योंकि जॉर्जिया में चुनाव में हस्तक्षेप के आरोप वाला दूसरा मामला जो तेजी से आगे बढ़ रहा था, आरोपों के कारण अटक गया है। अभियोजक ने ट्रंप के खिलाफ हितों का टकराव पैदा करने के मामले में मुकदमा चलाने में मदद के लिए एक ब्याॅयफ्रेंड को करदाताओं को 650,000 डॉलर देने की कीमत पर काम पर रखा था।