भोपाल। मध्यप्रदेश का रात का पारा लुढ़क गया है। तापमान सामान्य से 7 डिग्री नीचे गिर गया। पचमढ़ी और रायसेन में तो तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि मंडला में 12 डिग्री तक लुढ़क गया। पचमढ़ी, रायसेन और मंडला के बाद भोपाल की रात सबसे ज्यादा सर्द रही। यहां रात का पारा पहली बार 13 डिग्री सेल्सियस तक आ गया।
इस सीजन में इससे पहले न्यूनतम तापमान 16 डिग्री तक आया था। इसकी वजह समुद्र तल से करीब 10 से 15 किमी की ऊंचाई पर 60 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा का चलना है। हिमालय और पूर्व से ठंडी हवाएं आने लगीं।
मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया अभी एक सप्ताह तक इसी तरह तापमान कम-ज्यादा होते रहेगा। एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। वह तीन दिन तक रहेगा। इसके जाते ही तापमान में फिर गिरावट आएगी। अच्छी ठंडी का अहसास दिवाली के बाद ही होगा।
इस कारण तापमान में गिरावट
मौसम विभाग के अनुसार समुद्र तल से 10 से 15 किमी की ऊंचाई को क्षोभ मंडल कहते हैं। इस दौरान यहां पर हवाओं की रफ्तार 60 किमी प्रतिघंटा तक होती है। इनकी रफ्तार से हवाओं के चलने के कारण हिमालय और पूर्व से ठंडी हवाएं चलने लगी हैं। आसमान साफ होने और ठंडी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट होती है। बुधवार को आसमान साफ होने और हवा की गति 60 किमी प्रतिघंटा होने से अचानक तापमान गिर गया।
सात दिन कम ज्यादा तापमान
मौसम विभाग के अनुसार अगले सात दिन इसी तरह तापमान बना रहेगा। वैज्ञानिक सिंह के अनुसार क्षोभ मंडल में हवाओं का डायवर्सन है। यहां पर तेज हवाएं चल रही हैं। ऐसे में हिमालय और पूर्व से ठंडी हवाएं आने लगी हैं। इससे रात के तापमान में अचानक गिरावट आ गई।
कुछ जगहों पर तो तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। इसी कारण मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटे में तापमान में ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है। यह ठंड आने का लक्षण है। अभी प्रदेश में रात का औसतन पारा 16 से 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा। दिन के तापमान में ज्यादा परिवर्तन नहीं होगा। अगले तीन दिन तापमान कुछ बढ़ेगा, उसके बाद तापमान में फिर गिरावट होगी।