मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सिविल सर्विस डे पर आज प्रशासन अकादमी भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने इस दौरान आईएएस और आईपीएस अफसरों को नसीहत दी।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सिविल सर्विस डे पर आज प्रशासन अकादमी भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने इस दौरान आईएएस और आईपीएस अफसरों को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि मैं आईएएस हूं दो मिनट में सब सही कर दूंगा इस अहंकार से दूर रहना चाहिए। कहते हैं कि घमंडी का सिर नीचे होता है यह आज भी दस प्रतिशत सही है। उन्होंने कहा कि अफसर जनता की सेवा के लिए हैं सबको अहंकार शून्य होना चाहिए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने मध्यप्रदेश में जनता और प्रशासन के बीच की दूरी खत्म कर दी।
कई राज्यों में तो कलेक्टर से मिलना बड़ी बात होती है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर साहब तो लाटसाब हैं, कैसे मिलें। यह हमने मध्यप्रदेश में खत्म कर दिया। हमारे यहां लोग बेहिचक कलेक्टर और एसपी से मिलते हैं। मध्यप्रदेश के लिए यह सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि कई बार सोचता हूं तो यहां केवल 71 हजार किलोमीटर टूटी सड़कें हुआ करती थीं। एमपी का बजट आज 3 लाख 14 हजार करोड़ पहुंच गया है। हमारे पास संसाधन और रिसोर्स हैं। मध्यप्रदेश कभी बीमारू राज्य कहलाता था। मैं टीम को बधाई देना चाहता हूं। हमने मध्यप्रदेश को विकसित और समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।