मेरठ की गलियों में राम भजन गूंज रहे हैं। भाजपा ने अभिनेता अरुण गोविल को कैंडिडेट बनाया है। टीवी धारावाहिक रामायण के ‘राम’ की छवि पर चुनाव लड़ रहे अरुण की वजह से मेरठ VIP सीट बन गई है। इनकी एंट्री के बाद मेरठ में कास्ट फैक्टर अहम हो गया है। बदलते समीकरण के बीच पहली बार सपा और बसपा ने मुस्लिम कैंडिडेट पर दांव नहीं लगाया।
भाजपा के लिए सियासी लड़ाई दोतरफा है। पहली लड़ाई भाजपा को त्यागी-ठाकुर वोटर्स की नाराजगी पर लड़नी है। दूसरी, मुस्लिम कैंडिडेट नहीं होने से हिंदू वोटर का बिखराव रोकने के मोर्चे पर लड़नी है। अरुण गोविल के कैंडिडेट बनने के बाद सपा और बसपा की सोशल इंजीनियरिंग ने भाजपा की चुनौतियां बढ़ा दी हैं।