रीवा प्रवास पर आए जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने RSS प्रमुख मोहन भागवत के लिए कहा कि उन्हें बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। वे बाल गोपाल हैं, ज्यादा बड़-बड़ न बोलें। भागवत के पंडितों पर दिए बयान पर निश्चलानंद सरस्वती ने यह बात कही।
उन्होंने आगे कहा, मोहन भागवत मेरे पास बाल गोपाल होकर ही बैठते हैं। ये गुरु, गोविंद और ग्रंथ तीनों से हीन हैं। सालभर इनको बोलना है, कुछ न कुछ ऊटपटांग तो बोलेंगे ही, इनकी लाचारी है। सिखों के यहां ग्रंथ है, किसी के यहां कुरान है, किसी के यहां बाइबिल है, लेकिन इनके यहां तो बड़ी कठिनाई है- न गुरु, न गोविंद, न ग्रंथ। ब्राह्मण के ऊपर कटाक्ष कर अपने पांव पर ही कुल्हाड़ी मार ली। 25 अप्रैल को दिल्ली में हो रहे हिंदू राष्ट्र अधिवेशन को लेकर शुक्रवार को जगन्नाथ पुरी शक्तिपीठ के शंकराचार्य निश्चलानंद स्वामी रीवा पहुंचे।