नई दिल्ली। टी-20 वर्ल्ड कप में भारत अपना पहला मैच पाकिस्तान के खिलाफ 24 अक्टूबर को खेलेगा, लेकिन इससे पहले इस मैच को रद्द करने की मांग हो रही है। इसकी वजह जम्मू-कश्मीर में आतंकियों द्वारा गैर-कश्मीरियों को टारगेट किया जाना है। बता दें कि पाकिस्तान समर्थित आतंकियों के रणनीति बदलने से कश्मीर में आतंकी घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है।
आतंकी गैर-कश्मीरियों को टारगेट कर उन्हें मौत के घाट उतार रहे हैं। हालांकि सेना के जवान भी आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। ऐसे में लोग ये मांग कर रहे हैं कि जब तक पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता, भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट न हो और टी-20 वर्ल्ड कप का मैच भी रद्द कर दिया जाए।
भारत की मुश्किलें बढ़ेंगीं
अगर आतंकी घटनाओं के कारण टीम इंडिया पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से मना कर देती है, तो इससे सबसे बड़ा घाटा भारत को ही होगा। पाकिस्तान को बिना मैच खेले दो अंक मिल जाएंगे। वहीं, भारत को एक भी अंक नहीं दिया जाएगा। इससे पाकिस्तान के सेमीफाइनल में पहुंचने के चांस बढ़ जाएंगे। वहीं, भारत के लिए सेमीफाइनल और फाइनल में पहुंचना मुश्किल होगा।
भारत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भी खेलने से किया था इनकार
भारत ने ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप-2021 के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज खेलने मना कर दिया था। पाकिस्तान ने ICC से कई बार इस बारे में शिकायत भी की, लेकिन BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने सीरीज नहीं होने दी।
इस बार ICC भारत और पाकिस्तान के बीच मैच ना हो, ऐसा कतई नहीं होने देगी। इसकी सबसे बड़ी वजह उसका आर्थिक फायदा है। वहीं, पाकिस्तान लगातार टीम इंडिया के ना खेलने की शिकायत ICC से करता रहा है। ऐसे में अगर टीम इंडिया टी-20 वर्ल्ड कप में मैच खेलने से इनकार करती है तो ICC भारतीय टीम पर प्रतिबंध भी लगा सकती है। इसके साथ ही टीम इंडिया को भारी जुर्माना भी भरना पड़ सकता है।