ट्रोल्स को बयानों के तर्क समझ में नहीं आते : नानी

ट्रोल्स को बयानों के तर्क समझ में नहीं आते : नानी

हैदराबाद : तेलुगू राज्यों में फिल्म टिकट की कीमतों को लेकर बहस कभी न खत्म होने वाला विषय बन गया है। नानी ने पहले टिकट की कीमतों में कमी के आंध्र प्रदेश सरकार के फैसले पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी। उन्होंने अपने बयानों से अपने ट्रोलर्स को शांत करते हुए स्पष्ट किया कि उनका क्या मतलब था।

‘अंते सुंदरानिकी’ की रिलीज से पहले नानी ने स्पष्ट किया, जो लोग टिकट की कीमतों के कारण मेरे बारे में अपमानजनक टिप्पणी कर रहे हैं, उनके पास बुनियादी तर्क की कमी है।

नानी ने कहा, “वास्तव में मैंने वही 100 रुपये, 120 रुपये का अनुरोध किया था जो हर कोई अभी मांग रहा है।”

नानी ने समझाया, ‘आरआरआर’ और अन्य जीवन से बड़ी फिल्मों के लिए एक मॉडल की आवश्यकता होती है, लेकिन सभी फिल्में मॉडल के तहत नहीं चलती हैं। मैंने केवल लोगों से मनोरंजन के लिए उचित टिकट की कीमत वसूलने में सक्षम होने के लिए कहा था।

महामारी ने नानी की पिछली फिल्मों ‘टक जगदीश’ और ‘श्याम सिंघा रॉय’ को काफी नुकसान पहुंचाया। जहां ‘टक जगदीश’ की ओटीटी रिलीज हुई थी, वहीं ‘श्याम सिंघा रॉय’ की तेलुगू राज्यों में टिकटों की कीमत दयनीय थी। ब्लॉकबस्टर चर्चा के बावजूद ‘श्याम सिंह रॉय’ को घाटे का सामना करना पड़ा।

नानी की ‘अंते सुंदरानिकी’ 10 जून को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

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