भोपाल: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में शुक्रवार को एक बोरवेल में गिरे छह साल के बच्चे मयंक कोल की मौत हो गई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमों ने 40 घंटे से ज्यादा समय तक चले अभियान के बाद रविवार सुबह उसे निकाला, लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं।
बच्चा प्रयाग और वाराणसी (उत्तर प्रदेश) की सीमा पर रीवा जिले की त्योंथर तहसील के एक गांव में गहरे बोरवेल में गिर गया था। निकाले जाने के बाद जब उसे अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि बोरवेल में गिरने के तीन-चार घंटे बाद ही लड़के की मौत हो गई थी।
वाराणसी से बुलाए गए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने हरसंभव प्रयास किया और सूखे बोरवेल में 40 फीट गहरे फंसे लड़के तक पहुंचने के लिए खुदाई जारी रखी।
मयंक उस बोरवेल त्रासदी का ताज़ा शिकार है जिसे राज्य पिछले कई साल से झेल रहा है। पिछले ढाई साल से राज्य में बच्चों के बोरवेल में गिरने की घटनाएं और घंटों तक बचाव अभियान नियमित रूप से चल रहा है।