इंदौर: 29 अप्रैल को मैंने 12 बजे कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन वापस लिया। कांग्रेस को अपना प्रत्याशी घोषित करने के लिए 3 घंटे थे, लेकिन कांग्रेस ने नहीं किया। यह मेरी ईमानदारी है कि हारी हुई सीट पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हुआ। चुनाव के बाद जाता तो गद्दारी होती, यह मेरी ईमानदारी है।’
रविवार को इंदौर में बीजेपी कार्यालय पर अक्षय कांति बम ने बीजेपी जॉइन करने के बाद पहली बार खुलकर मीडिया से चर्चा की। बम ने कारण बताते हुए कहा कि वे क्यों कांग्रेस छोड़ने को मजबूर हुए।
अक्षय ने कहा- मैं भाग्यशाली हूं कि कैलाश विजयवर्गीय का संरक्षण मिला है। कैलाश जी से मेरे 20 साल और पिता के 35 साल पुराने संबंध हैं। मैंने अपनी समस्या पिता कांति बम को बताई, उन्होंने कैलाश जी को बताया, उनकी सलाह पर मैंने नामांकन वापस लिया।
उन्होंने कहा कि ताई देश की बड़ी नेता हैं। मैं उनकी बात का जवाब दू इतनी मेरी औकात नहीं है। मीडिया से बातचीत के दौरान मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, चिंटू वर्मा, नरेंद्र सलूजा भी साथ थे।