सोने-चांदी के आयात शुल्क में कटौती, रिकॉर्ड स्तर से 7000 रुपये नीचे है दाम, जानिए निवेश के विकल्प

सोने-चांदी के आयात शुल्क में कटौती, रिकॉर्ड स्तर से 7000 रुपये नीचे है दाम, जानिए निवेश के विकल्प

नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट प्रस्तावों में सोने और चांदी पर आयात शुल्क में भारी कटौती की घोषणा की। वित्त मंत्री ने सोने और चांदी पर आयात शुल्क में पांच फीसदी की कटौती की है। मालूम हो कि वर्तमान में सोने पर 12.5 फीसदी आयात शुल्क चुकाना पड़ता है। इस तरह से अब सोने और चांदी पर सिर्फ 7.5 फीसदी आयात शुल्क चुकानी होगी।

इतना लगेगा शुल्क
वित्त मंत्री ने कहा कि एक अक्तूबर 2021 से एक नई संशोधित आयात शुल्क नीति लागू होगी। सोना और चांदी पर सीमा शुल्क कम कर 7.5 फीसदी किया गया है। इसके अलावा सोने की मिश्र धातु (गोल्ड डोर बार) पर शुल्क 11.85 फीसदी से घटाकर 6.9 फीसदी और चांदी की मिश्र धातु (सिल्वर डोर बार) पर 11 फीसदी से कम कर 6.1 फीसदी किया गया है। प्लैटिनम पर शुल्क 12.5 फीसदी से कम कर 10 फीसदी, सोना व चांदी के फाइंडिंग्स पर 20 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी और मूल्यवान धातु के सिक्कों पर 12.5 फीसदी से कम कर 10 फीसदी किया गया है। हालांकि, सोना और चांदी, सोने के मिश्र धातु, चांदी के मिश्र धातु पर 2.5 फीसदी कृषि बुनियादी ढांचा और विकास उपकर लगेगा।

आभूषण उद्योग ने किया स्वागत
आभूषण उद्योग ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा है कि यह खुदरा मांग को बढ़ावा दे सकता है और दुनिया के दूसरे सबसे बड़े सराफा उपभोक्ता में तस्करी पर अंकुश लगा सकता है। विश्लेषकों का कहना है कि भारत से सोने की मांग बढ़ने से वैश्विक कीमतों को सहारा मिल सकता है।

2020 में सोना निवेशकों के लिए सुरक्षित निवेश तथा सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले साधनों में से एक बनकर उभरा। कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करने के लिए दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों और सरकारों द्वारा राजकोषीय उपायों ने पिछले साल सोने की कीमतों में 25 फीसदी से अधिक की वृद्धि की थी, जबकि चांदी लगभग 50 फीसदी बढ़ गई थी। सोने को मुद्रास्फीति और मुद्रा में आई गिरावट के खिलाफ बचाव के रूप में देखा जाता है। सोना संकट के समय में भी महंगाई को मात देने की ताकत रखता है।

इंडिया बुलियन एंड ज्वैलरी एसोसिएशन (आईबीजेए) के आंकड़ों के अनुसार, 31 दिसंबर 2019 को घरेलू बाजार में सोने का भाव 39,240 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो कि पिछले साल सात अगस्त को 43 फीसदी बढ़कर 56,126 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, इसके बाद वैक्सीन की खबरों से सोने की कीमत में नरमी आई और हाजिर बाजार में सोने के भाव फिलहाल 49 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब है। यानी दाम रिकॉर्ड कीमत से करीब सात हजार रुपये प्रति 10 ग्राम नीचे है। 

निर्मला सीतारमण ने कहा कि जुलाई 2019 में सोने पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी किया गया था। इसके चलते सोने के दाम काफी बढ़े हैं। इसे देखते हुए सरकार सोने और चांदी पर सीमा शुल्क को तर्कसंगत बनाएगी। इस घोषणा के बाद सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट आएगी। भारत बड़े पैमाने पर सोने का आयात करता है। चीन के बाद भारत सोने का सबसे बड़ा खरीदार है। वित्त मंत्री के इस फैसले से सोने की तस्करी पर भी अंकुश लगेगा।

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