मेरठ में गैंगरेप की शिकार छात्रा की मौत, 12 वीं की छात्रा को अगवा कर ले गए थे दरिंदे

मेरठ में गैंगरेप की शिकार छात्रा की मौत, 12 वीं की छात्रा को अगवा कर ले गए थे दरिंदे

मेरठ। मेरठ में गैंगरेप पीड़िता की इलाज के दौरान मौत हो गई है। दो दिन पहले परीक्षा देकर स्कूल से बाहर आई 12वीं कक्षा की छात्रा को अगवा कर गैंगरेप के बाद सड़क पर फेंक दिया गया था। छात्रा की मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान मौत हो गई। मौत की खबर सुनकर मोर्चरी पर सैकड़ों की संख्या में भीड़ जुट गई है। जहां परिवार और अन्य लोगों ने कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा कर दिया। लोगों का कहना है कि पुलिस इस मामले को दबाने लगी है। सीओ ने कहा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही गैंगरेप के बारे में कुछ कहा जा सकेगा। सीसीटीवी फुटेज भी तलाश रहे हैं।

नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर कुटी में रहने वाली छात्रा को पिता बुधवार दोपहर दो बजे जीआईसी में कक्षा 12 की परीक्षा देने के लिए छोड़कर आए थे। परीक्षा के बाद छात्रा कालेज गेट से शाम साढ़े चार बजे बाहर निकली, लेकिन रात तक घर नहीं पहुंची। छात्रा के घर न पहुंचने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी, लेकिन कोई पता नहीं चला। रात 9 बजे पड़ोस के रहने वाले दो युवक छात्रा को ई- रिक्शा से घर लेकर पहुंचे थे, छात्रा बदहवास हालत में थी। उन्होंने बताया कि छात्रा मुख्य सड़क पर बदहवास पड़ी हुई थी।

छात्रा ने बताया था उसे टेंपो से लाकर सड़क पर फेंक दिया
इसके बाद परिजनों ने छात्रा को शास्त्रीनगर में डॉ. अशोक गर्ग के यहां भर्ती कराया। पिता के मुताबिक छात्रा ने बताया कि टेंपो सवार उसे गांधी आश्रम चौराहे पर फेंक कर चला गया था। उसके बाद ई-रिक्शा से छात्रा पहुंची। दो युवक छात्रा को लेकर घर आए थे। गुरुवार को छात्रा को जिला अस्पताल में रेफर किया। शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में छात्रा की मौत हो गई। पिता का कहना है कि उसकी बेटी की आंखों में कोई केमिकल डाला गया था, ताकि वह दरिंदों को पहचान न पाए।

मेडिकल मोर्चरी पर हंगामा
उपचार के बाद भी छात्रा की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। शुक्रवार दोपहर को छात्रा की मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। जिसके बाद पुलिस ने छात्रा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मोर्चरी पर भारी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी है। मेरठ व्यापार मंडल के जिला प्रमुख शैंकी वर्मा समर्थकों के साथ मोर्चरी पहुंचे और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

पिता बोले- मेरी बेटी की आंखों में कोई केमिकल डाला
पोस्टमार्टम हाउस पर बेटी की मौत के बाद पिता का रो रोकर बुरा हाल था। पिता ने बिलखते हुए कहा की जब मैं रात में डॉक्टर के यहां पहुंचा तो बेटी ठीक से बोल नहीं पा रही थी। उसके साथ गलत काम किया गया। बेटी आंख भी नहीं खोल रही थी। सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ने गुरुवार रात हमें बताया था की लड़की की दोनों आंख की रोशनी जा चुकी है।

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