भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारत बायोटेक की इंट्रानेजल वैक्सीन ‘फाइव आर्म्स’ को इमरजेंसी यूज के लिए मंजूरी दे दी। इसे बूस्टर डोज के तौर पर दिया जाएगा। इसकी खुराक इंजेक्शन की जगह नाक के जरिए दी जाएगी।भारत बायोटेक की इंट्रानेजल वैक्सीन का नाम BBV154 है। इसे प्राइमरी डोज के तौर पर इमरजेंसी यूज के लिए 6 सितंबर को मंजूरी मिली थी। वैक्सीन की खुराक 18 साल से ज्यादा के लोगों को दी जा सकती है। इसे दूसरे डोज के 6 महीने बाद दिया जाएगा।इसकी खास बात यह है कि शरीर में जाते ही यह कोरोना के इन्फेक्शन और ट्रांसमिशन दोनों को ब्लॉक करती है। चूंकि इस वैक्सीन में किसी इंजेक्शन की जरूरत नहीं पड़ती, इसलिए इससे चोट लगने का कोई खतरा नहीं है। साथ ही हेल्थकेयर वर्कर्स को भी कोई खास ट्रेनिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी।