बालेश्वर से गुजर रहा है चक्रवात यास, बिहार-झारखंड में भारी बारिश के आसार

बालेश्वर से गुजर रहा है चक्रवात यास, बिहार-झारखंड में भारी बारिश के आसार

भुवनेश्वर/कोलकाता। बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान यास बेहद रौद्र रूप धारण कर चुका है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में यास तूफान के तांडव को देखते हुए बिहार समेत कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है। वहीं पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जोखिम वाले क्षेत्रों से 12 लाख से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। चक्रवात यास ओडिशा के दक्षिण में बालासोर के पास पहुंच गया। मौसम विभाग के अनुसार, सुबह 9 बजे से लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है। इस दौरान तेज हवाएं चल रही हैं, समंदर में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं और रिहायशी इलाकों में पानी घुस गया है।

यास का असर: झारखंड मे बारिश शुरू
चक्रवाती तूफान यास का असर झारखंड में देखने को मिल रहा है। रांची में मौसम बदल गया है, तेज हवाएं चल रही हैं और बारिश हो रही है।

ममता बनर्जी ने यास को बताया ‘बवंडर’
पश्चिम बंगाल और ओडिशा के अधिकतर हिस्सों में रातभर बारिश हुई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कंट्रोल रुम में मौजूद हैं। वहां से तूफान की तबाही और उससे निपटने की रणनीति पर चर्चा कर रही हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस तूफान को ‘बवंडर’ बताया। बता दें कि पश्चिम बंगाल के हुगली और उत्तरी 24 परगना जिलों में मंगलवार को तूफान आने के बाद कम से कम दो व्यक्तियों की करंट लगने से मौत हो गई और करीब 80 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। 

ओडिशा: 404 बचाव दल तैनात
ओडिशा के संवेदनशील जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 52 टीम, ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ओडीआरएएफ) की 60 टीम, अग्निशमन दल की 205 टीम और वन विभाग की लकड़ी काटने वाली 60 टीम समेत करीब 404 बचाव दलों को तैनात किया गया है। पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश ने भी आपदा राहत बल, पुलिस बल और अग्निशमन बल के कर्मी बड़ी संख्या में तैनात किए हैं।

बंगाल में 5 और ओडिशा के 4 उप मंडलों में पानी भरने की आशंका
मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि पश्चिम बंगाल के पांच और ओडिशा के चार उप-मंडलों और ब्लॉक में पानी भरने की आशंका है। सबसे अधिक पानी भद्रक जिले में भरने की आशंका है। इतनी ऊंची लहरों वाले तूफान का एक कारण पूर्णिमा भी है।

तटीय इलाकों में भारी बारिश रहेगी जारी
आईएमडी डीजी मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवात के कारण सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाली हवा बालेश्वर, भद्रक और पश्चिम बंगाल के मिदिनीपुर में चल रही है। ओडिशा के अंदर के जिलों में भी हवा की गति 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगी। ये सभी हवा की गति आज रात तक रहेगी, उसके बाद काफी हद तक कम हो जाएगी। पश्चिम बंगाल और ओडिशा  के तटीय  में भारी से भारी बारिश होने की संभावना है।

ओडिशा के तट को पार कर रहा चक्रवात
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि तूफान बालेश्वर के दक्षिण में ओडिशा तट को पार कर रहा है। अभी इसके हवा की गति 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे है। लैंडफॉल प्रक्रिया अभी चल रही है, जो 3 घंटे में पूरी होगी। इसके बाद ये कमजोर होकर उत्तर पश्चिम दिशा में गति करेगा। महापात्र ने बताया कि चक्रवात के कारण सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाली हवा बालेश्वर, भद्रक और पश्चिम बंगाल के मिदिनीपुर में चल रही है। ओडिशा के अंदर के जिलों में भी हवा की गति 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगी।

कल सुबह झारखंड में दस्तक देगा यास
मौसम विभाग के निदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवात यास ओडिशा के बालासोर सीमा को पार गर गया। यास कल सुबह झारखंड पहुंचेगा, तब इसके हवा की गति 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।  पिछले 24 घंटों में ओडिशा में भारी से बेहद भारी बारिश हुई है। उत्तर ओडिशा और तटीय ओडिशा में आज भारी से बेहद भारी बारिश होने की संभावना है।
 
मुंबई से कोलकाता और भुवनेश्वर जाने वाली फ्लाइट्स रद्द
चक्रवाती तूफान यास के मद्देनजर मुंबई से कोलकाता और भुवनेश्वर की करीब छह फ्लाइट्स कैंसल हो गईं हैं। इनमें तीन आने वाली फ्लाइट्स और तीन जाने वाली फ्लाइट्स शामिल हैं।

बिहार: 26 जिलों में हाई अलर्ट
चक्रवाती तूफान यास के लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है। चक्रवात यास के चलते मौसम विभाग ने बिहार के 26 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इन 26 जिलों को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है। 

बंगाल: नारियल के पेड़ से ऊंची समुद्री लहरें
पश्चिम बंगाल: पूर्व मेदिनीपुर जिले के दिघा में  तेज हवाओं के साथ नारियल के पेड़ से भी ऊंची समुद्री लहरें उठ रही हैं। आपको बता दें कि चक्रवाती तूफान यास के लैंडफाल की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

बंगाल: कई घरों की छतें हुईं क्षतिग्रस्त
पश्चिम बंगाल में साइक्लोन यास के कारण तमाम इलाकों में भारी नुकसान होने की रिपोर्ट सामने आ रही हैं। कई इलाकों में घरों की छत को तूफान के कारण नुकसान हुआ है। वहीं प्रदेश के दिघा बीच पर समुद्र का पानी कई रिहाइशी इलाकों में भी घुस गया, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

अलर्ट पर एनडीआरएफ और इंडियन कोस्ट गार्ड की टीम
चक्रवात यास के कारण तटीय इलाकों में भारी नुकसान की आशंका को देखते हुए एनडीआरएफ और इंडियन कोस्ट गार्ड की टीम अलर्ट पर है। एनडीआरएफ के डीजी एस एन प्रधान ने बताया है कि पश्चिम बंगाल से ओडिशा तक तमाम इलाकों में एनडीआरएफ की टीमों को राहत कार्यों के लिए भेजा गया है।

यास की लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी
ओडिशा: भद्रक जिले के धामरा में तेज हवाएं और बारिश की वजह से समुद्र का पानी बढ़ा। पानी बढ़ने की वजह से रिहायशी इलाकों में पानी घुसा। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात यास की लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है। इसे पूरा होने में करीब 3 घंटे का समय लगेगा।

भारत में हर साल औसत 5 चक्रवात आए 
वर्ष 1891 और 2017 के बीच भारत के समुद्र तट पर हर वर्ष औसतन 5 चक्रवात आए हैं। इनमें से चार चक्रवात बंगाल की खाड़ी और एक अरब सागर में उत्पन्न हुआ। चक्रवातों की फ्रीक्वेंसी और तीव्रता के मामले में बंगाल की खाड़ी अरब सागर की तुलना में अधिक सक्रिय बेसिन है।

भारत ने 1970 से अब तक 170 चक्रवातों का कहर झेला 
भारतीय प्रायद्वीप ने वर्ष 1970 के बाद से करीब 170 तूफानों का सामना किया है। इस समान अवधि में अमेरिका ने 574, फिलीपींस ने 330 और चीन 330 चक्रवातों को झेला है। चक्रवाती तूफानों के मामले में अमेरिका, फिलीपींस और चीन के बाद भारत चौथे नंबर पर आता है। 

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