दलित परिवारों पर 100-150 लोगों का हमला, पूरी बस्ती फूंकी, एक को पीटकर मार डाला

दलित परिवारों पर 100-150 लोगों का हमला, पूरी बस्ती फूंकी, एक को पीटकर मार डाला

पूर्णिया। बिहार के पूर्णिया जिले के नियामतपुर गांव में एक सनसनीखेज वारदात हुई। यहां 100-150 लोगों ने दलित परिवारों पर हमला बोल दिया। साथ ही, मारपीट की और उनके घर भी फूंक डाले। इस घटनाक्रम में एक शख्स की मौत हो गई। मामले की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया और गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। 

यह है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, नियामतपुर गांव में 19 मई की रात 100-150 लोगों ने दलित परिवारों पर हमला कर दिया। इस दौरान पीड़ितों को जमकर पीटा गया। साथ ही, उनके घरों में आग लगा दी गई। इस घटनाक्रम में पूर्व चौकीदार नेवीलाल राय की मौत हो गई। मामले की जानकारी होने के बाद अगले दिन यानी 20 मई को बैसी पुलिस थाने में तीन एफआईआर दर्ज की गईं। पूर्णिया पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, बाकी आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है। गांव में शांति बरकरार रखने के लिए पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। 

प्रशासन ने दी यह जानकारी
प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित और आरोपी पक्ष पूर्णिया जिले के बैसी गांव की खापड़ा पंचायत क्षेत्र के एक ही गांव के रहने वाले हैं। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई जा रही है कि इस घटना के पीछे बाहरी लोगों का हाथ है, जो कि बेबुनियाद है। 

भाजपा नेताओं ने की यह मांग
इस घटना के बाद भाजपा नेताओं ने रविवार (23 मई) को गांव का दौरा किया। उन्होंने दलित परिवारों पर हमला करने का आरोप मुस्लिमों पर लगाया। उन्होंने आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की। साथ ही, दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग भी की। 

प्रशासन ने यह कदम
बताया जा रहा है कि पूर्णिया जिला प्रशासन पीड़ितों को सूखा अनाज मुहैया करा रहा है। इसके अलावा पीड़ितों को 9800 रुपये प्रति परिवार के हिसाब से आर्थिक मदद भी दी गई है। साथ ही, पीड़ितों के आश्रय व राशन की व्यवस्था भी की गई है। जानकारी के मुताबिक, प्रभावित लोगों के लिए एससी/एसटी एक्ट 1989 के तहत दो लाख रुपये मुआवजा जारी कर दिया गया, जबकि प्रत्येक मृतक के परिवार को 8.25 लाख रुपये दिए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि पीड़ितों को 50 हजार रुपये की पहली किस्त जारी कर दी गई है।

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