जौनपुर में दो मंजिला मकान गिरने से पांच लोगों की मौत, मलबे में दबे करीब 13 लोग

जौनपुर में दो मंजिला मकान गिरने से पांच लोगों की मौत, मलबे में दबे करीब 13 लोग

जौनपुर। यूपी के जौनपुर शहर के मोहल्ला रोजा अर्जन में गुरुवार देर रात ऐसी दर्दनाक घटना घटी जिसे पूरा शहर कभी नहीं भूलेगा। तीन मंजिला मकान गिरने से पांच लोगों की मौत के बाद से पूरा मोहल्ला सिहर उठा है। आधी रात को हादसे में हुई मौतों के निशान ढह गए मकान की दीवारों पर दिख रहे हैं।  शुक्रवार सुबह जब लोग मौके पर पहुंचे तो घटनास्थल का मंजर देख कांप उठे। मलबे में तब्दील मकान की हालत देख लोगों का कलेजा दहल उठा।

जौनपुर शहर कोतवाली क्षेत्र के बड़ी मस्जिद के पीछे मोहल्ला रोजा अर्जन में गुरुवार रात करीब 11 बजे मिट्टी और ईंट से बना करीब 70 साल पुराना जर्जर तीन मंजिला मकान ढह गया। परिवार के 11 लोग मलबे में दब गए। पांच लोगों की मौत हो गई और छह घायल हो गए। मृतकों में एक पड़ोसी भी शामिल है। शुक्रवार सुबह 11 बजे तक प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। घटना के बाद जुटे मोहल्ले के लोगों की मेहनत के कारण छह लोगों को बचाकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

हादसे का मंजर यह था कि आसपास के लोगों की नींद मकान गिरने के बाद घायलों की चीख-पुकार और कराहने की आवाज से टूटी। मलबे के बीच से दबे लोगों के चीखने की आवाजें आ रही थीं। अंदर दबे लोग मदद मांग रहे थे। आसपास के लोग मदद करने पहुंचे, लेकिन कुछ नहीं कर सके। कुछ देर बाद चीखें शांत हो गईं। आखिर में उनके शव ही बाहर निकले।

इस दर्दनाक हादसे में मरने वालों में एक ही परिवार के चार लोग शामिल हैं। जिनमें दो बच्चे भी  हैं। देर रात हुए इस हादसे के बाद से मोहल्ले में मातम पसरा हुआ है। मकान का मलबा बिखरा पड़ा हुआ है। गृहस्थी का सारा सामान मलबे में दब गया है। घटनास्थल पर हर तरफ तबाही का मंजर दिख रहा है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के शोक संतृप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही इस हादसे में घायल लोगों का समुचित उपचार कराने तथा प्रभावित लोगों को हर संभव मदद और राहत प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।

रोजा अर्जन  मोहल्ले के सभी लोग घायलों के जल्द ठीक होने की कामना कर रहे हैं। पड़ोसियों के मुताबिक मकान कच्ची दीवार पर खड़ा हुआ था। उसके ऊपर दो मंजिला पक्का मकान बना था। काफी पुराना होने के कारण जर्जर स्थिति में था।  पड़ोसियों के मुताबिक परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब थी। 

मोहल्ले के लोगों ने कहा कि बीती रात अचानक से धमाके जैसी आवाज सुनाई दी। उसके बाद चीख पुकार मच गई। काफी देर तक तो पता नहीं चला कि आखिर क्या हो गया।  शोरगुल की आवाज आने लगी तो अनहोनी की आशंका में दौड़कर छत पर गए। अंधेरे के कारण ज्यादा कुछ समझ नहीं आया। गौर से देखा तो सामने वाला मकान धराशायी था। 

रोजा अर्जन मोहल्ला निवासी जमालुद्दीन, कमरूद्दीन और निजामुद्दीन भाई हैं। जिनमें चार साल पहले कैंसर से जमालुद्दीन की मौत हो गई थी, जबकि करीबी दो साल पहले कमरूद्दीन की भी बीमारी के कारण मौत हो गई थी। इन दोनों का परिवार तीन मंजिला मिट्टी और ईंट से बने मकान में रहता था। गुरुवार रात करीब 11 बजे अचानक मकान ढह गया। जिसके मलबे में चांदनी (18), शन्नो (55), गयासुद्दीन (17),  मोहम्मद असाउददीन ( 19), हेरा( 10) व स्नेहा (12), संजीदा (37), मोहम्मद कैफ (8), मिस्बाह (18) व पड़ोस के अजीमुल्लाह (68) दब गए। 

घटना के बाद स्थानीय लोग और मौके पर पहुंची पुलिस ने मलबे में फंसे लोगों को निकाल कर जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने संजीदा पुत्री जमालुद्दीन, मोहम्मद कैफ पुत्र जमालुद्दीन, मोहम्मद सैफ पुत्र जमालुद्दीन व मिस्वाह पुत्री जमालुद्दीन और अजीमुल्ला पुत्र कतवारू को मृत घोषित कर दिया। 

हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंचे डीएम मनीष वर्मा और एसपी अजय साहनी सहित जिले के आला अधिकारियों ने राहत कार्यों का जायजा लिया। मौके पर फॉरेंसिक टीम भी जांच में जुटी रही। एसपी अजय साहनी ने बताया कि परिवार वालों से बातचीत की गई है। परिवार वालों के मुताबिक मकान बहुत पुराना था और जर्जर था। 

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