नई दिल्ली : बीसीसीआई द्वारा नियुक्त दिव्यांग क्रिकेट समिति ने एक हफ्ते पहले दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की, जिसमें 2500 से अधिक खिलाड़ियों ने अपना पंजीकरण कराया है। समिति ने यह प्रक्रिया दिव्यांग क्रिकेट परिषद (डीसीसीआई) के जरिए शुरू की थी। भारत के दिव्यांग क्रिकेटरों का डेटा एकत्र करने और पूरी प्रक्रिया को कारगर बनाने के प्रयास में, पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की गई है।
उन्होंने कहा, “हम ऐसे स्पोर्ट स्टाफ का भी डेटा इकट्ठा कर रहे हैं, जिन्हें डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेटर्स के साथ काम करने का अनुभव है। डीसीसीआई एकमात्र ऐसी संस्था है, जिसे दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए क्रिकेट के प्रचार और विकास के लिए बीसीसीआई का समर्थन प्राप्त है।”
एकत्र किए गए सभी डेटा को बीसीसीआई के साथ साझा किया जाएगा जिसे राज्य संघों को भेजा जाएगा। यह डेटा हमें अपनी गतिविधियों को कुशलतापूर्वक योजना बनाने की अनुमति देगा। डीसीसीआई ने एक बयान में कहा, पंजाब, हैदराबाद, पांडिचेरी, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, त्रिपुरा जैसे राज्य क्रिकेट संघों ने पहले ही राज्य स्तर पर दिव्यांग क्रिकेट समितियों का गठन किया है और अन्य राज्य भी इस प्रक्रिया में हैं।
डीसीसीआई के महासचिव और बीसीसीआई की दिव्यांगों की समिति के सदस्य रविकांत चौहान ने कहा, फिलहाल कई संगठन खुद को बीसीसीआई की सहमति के बिना देश का प्रतिनिधित्व करने का दावा कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, इससे अक्सर खिलाड़ियों का शोषण होता है। हम यह सब रोकना चाहते हैं और एक ऐसी व्यवस्था लाना चाहते हैं जैसे बीसीसीआई में पुरुष और महिला खिलाड़ियों के लिए है।