पैरालंपिक (बैडमिंटन) : भगत ने जीता स्वर्ण, मनोज को मिला कांस्य

पैरालंपिक (बैडमिंटन) : भगत ने जीता स्वर्ण, मनोज को मिला कांस्य

टोक्यो : भारत के प्रमोद भगत और मनोज सरकार ने यहां जारी टोक्यो पैरालंपिक में पुरुष एकल एसएल3 बैडमिंटन इवेंट में क्रमश: स्वर्ण और कांस्य पदक अपने नाम किया। प्रमोद ने ग्रेट ब्रिटेन के डेनियल बाथेल को 2-0 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। भगत बैडमिंटन में ओलंपिक या पैरालंपिक में स्वर्ण लाने वाले देश के पहले एथलीट हैं।

भुवनेश्वर के 33 वर्षीय भगत ने बाथेल को 21-14, 21-17 से हराकर पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीता। स्वर्ण जीतते ही भगत खुशी से उछल पड़े। इसके साथ ही भारत ने इस पैरालंपिक में अपना चौथा स्वर्ण पदक जीता।

पीवी सिंधु ने 2016 रियो ओलंपिक में रजत जबकि पिछले महीने हुए टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था।

विश्व के शीर्ष रैंकिंग के खिलाड़ी भगत एसएल3 के गत विश्व चैंपियन हैं। उन्होंने यह खिताब बासेल में बाथेल को ही हराकर जीता था। इससे पहले, भगत ने सेमीफाइनल में जापान के फुजिहारा दाएसुके को हराया था।

इस बीच, मनोज ने जापान के फुजिहारा को 2-0 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। मनोज ने कांस्य पदक मुकाबले में फुजिहारा को 47 मिनट तक चले मुकाबले में 22-20, 21-13 से हराया।

मनोज को पहला गेम जीतने के लिए कुछ मेहनत करनी पड़ी और उन्हें फुजिहारा ने कड़ी चुनौती दी। लेकिन मनोज ने दूसरा गेम आराम से अपने नाम किया।

इससे पहले, मनोज को एसएल 3 के सेमीफाइनल में बाथेल के हाथों हार का सामना करना पड़ा था और वह स्वर्ण पदक की दौड़ से बाहर हो गए थे।

भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में अबतक चार स्वर्ण, सात रजत और छह कांस्य पदक के साथ कुल 17 पदक अपने नाम किए हैं।

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